मण्डलायुक्त विकास यादव ने यमुना में बढ़ते जलस्तर व भारी बरसात को लेकर मंडल के उपायुक्तों के साथ की मंत्रणा बैठक

मण्डल कमीशनर ने दिए दिशा-निर्देश, कहा: ज़रुरतमंदों की खाने-पीने व रहने की व्यवस्था करें तुरंत सुनिश्चित

फरीदाबाद,12 जुलाई। मण्डलायुक्त विकास यादव ने आज बुधवार को भारी बरसात की स्थिति से उत्पन्न होने वाली सम्भावित जन समस्याओं को लेकर  उपायुक्तो के साथ समीक्षा बैठक की। मण्डल कमीशनर विकास यादव ने उपायुक्तो को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि यमुना में बढते जल स्तर की निगरानी प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों से पूरी मुस्तैदी के साथ करवाई जाए। जहां कहीं भी लोगों को खाने पीने व रहने की व्यवस्था की जानी है उसे तुरंत सुनिश्चित करें। मण्डलायुक्त ने उपायुक्तो को बाढ़ नियंत्रण के बेहतर से बेहतर इंतज़ाम करने के आदेश दिए व कहा कि आमजन को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। समीक्षा बैठक में उपायुक्तो को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि इलाका वार नोडल अधिकारी नियुक्त करना सुनिश्चित करें। वहीं नोडल अधिकारियों को भी निर्देश दे कि  विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के साथ बेहतर तालमेल करके तुरंत जन शिकायतों का निपटान करना सुनिश्चित करें।

फरीदाबाद मण्डल कमीशनर विकास यादव ने कहा कि हरियाणा में हो रही रिकॉर्डतोड़ बारिश को लेकर सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है। मण्डल के सभी जिला उपायुक्त  जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन आदि की व्यवस्था करें। अपने-अपने जिलों में और शहरों में ड्रेनेज व्यवस्था की सफाई करवानी सुनिश्चित करें। ताकि संभावित भारी बारिश की के मद्देनजर उनके जिलों में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी आमजन को ना हो। मण्डलायुक्त विकास यादव ने कहा कि यमुना नदी में फरीदाबाद और पलवल जिला में  250000 क्यूसेक पानी तक नियंत्रण में रहता है। इसके अलावा अधिक पानी आने पर सभी विभागों के अधिकारियों का आपसी तालमेल बना लें और जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन के पैकेट सहित उनके रहने व खाने-पीने सहित तमाम सुविधाएं सुनिश्चित करें। यमुना क्षेत्र के गांवों अलर्ट पर ले ले। वहीं फरीदाबाद शहर की कुछ कॉलोनियों को भी अलर्ट पर उन लोगों को सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि शहर में बारिश की वर्षा के पानी को बाहर फेंकने के लिए डिस्पोजल अलग-अलग क्षेत्रों में लगाए और वहां पर बिजली व जनरेटर सहित तमाम सुविधाएं पुख्ता करें। अधिकारियों को दिशा निर्देश कि वें  प्रशासन व ट्रैफिक पुलिस विभाग के अधिकारी अपने-अपने इलाकों में मुस्तैद रहे। जहां जिनको जो भी जरूरत है उसके बारे में उन्हें तुरंत अवगत कराएं। ताकि यथाशीघ्र उस समस्या का समाधान किया जा सके। बिजली व पानी निकासी की समुचित प्रबंध करना सुनिश्चित करें। डिस्पोजल व अंडरपास पर पुलिस व प्रशासन के कर्मचारी 24 घंटे मौजूद रहना सुनिश्चित करें। अलग-अलग क्षेत्रों के नोडल अधिकारियों को दिशा निर्देश दे कि उन्हें अपने-अपने इलाकों के बारिश से संबंधित अन्य तमाम मूलभूत जनहित सुविधाओं की वास्तविक जानकारी समय समय पर लेना सुनिश्चित करें।

समीक्षा बैठक में डीसी विक्रम सिंह ने बताया कि आज बुधवार को प्रातः जिला फरीदाबाद में गांव अमीपुर में यमुना में फंसे 78 लोगों को जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ की मदद से सुरक्षित रेस्क्यू किया है। जहां यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद जिला प्रशासन को इन लोगों के फंसे होने की सूचना मिली थी। सूचना मिलने पर एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, तहसीलदार सुरेश कुमार, नायब तहसीलदार तिगांव अजय कुमार व एसएचओ तिगांव दलबीर सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। वहां नोएडा प्रशासन की भी मदद ली गई। डीसी विक्रम सिंह ने आगे बताया कि देर रात को 2:00 बजे एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई। सुबह 6:00 बजे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में सभी 78 लोगों को जिनमें औरतें और बच्चे भी शामिल हैं सभी को सुरक्षित निकाला गया है। सभी लोगों को अमीपुर गांव में शेल्टर होम में रखा गया और रहने-खाने की व्यवस्था की गई है। समीक्षा बैठक में फरीदाबाद के डीसी विक्रम सिंह, पलवल की डीसी नेहा सिंह व नूह के डीसी प्रशांत पंवार मौजूद रहे।

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