राम-भरत मिलाप का वर्णन सुनकर भावुक हुए श्रद्धालु

कथा का श्रवण करने से मन में शांति एवं ह्रदय पवित्र होता है: अजय गौड़

फरीदाबाद, 21 फरवरी श्रीराम कथा में कथावाचक कथावाचक परम पूज्य संत श्री कृष्णा स्वामी जी वृन्दावन वाले महाराज जी ने केवट प्रसंग व भरत मिलाप का अत्यंत मार्मिक वर्णन किया। जिसे सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो गए।  सेक्टर 9 के श्री राम मंदिर में 10  दिवसीय श्री राम कथा के पांचवे  दिन कथावाचक परम पूज्य संत श्री कृष्णा स्वामी जी वृन्दावन वाले महाराज जी ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी के जीवन गाथा केवट संवाद , चित्रकूट महात्म्य और श्री राम भरत मिलाप का वर्णन अमृतमय वाणी में  बड़े ही सुन्दर तरीके से किया।

कथावाचक परम पूज्य संत श्री कृष्णा स्वामी जी ने श्री राम भरत मिलाप का वर्णन करते हुए कहा की श्रीराम भरत जैसा आदर्श प्रेम विश्वास के किसी साहित्य में देखने को सुनने को नहीं मिलता। श्रीराम ने पिता की आज्ञा को सर्वोपरि मानकर मर्यादा की सौगंध देकर भरत से अयोध्या का राज सिंहासन संभालने का आदेश दिया। भरत ने सिंहासन चलाने के लिए प्रभु श्रीराम से उनकी चरण पादुका मांग ली। जब तक श्री राम अयोध्या वापस नहीं आएंगे, राजकाज चलाने में उन्हीं चरण पादुकाओं का आदेश मानकर राज से दूर नंदीग्राम में रहकर राजकाज का कार्य संपन्न किया जाएगा।

कथावाचक  परम पूज्य संत श्री कृष्णा स्वामी जी ने  केवट संवाद में कहा की  गंगाजी का किनारा भक्ति का घाट है और केवट भगवान का परम भक्त है, किंतु वह अपनी भक्ति का प्रदर्शन नहीं करना चाहता था। अत: वह भगवान से अटपटी वाणी का प्रयोग करता है। केवट ने हठ किया कि आप अपने चरण धुलवाने के लिए मुझे आदेश दे दीजिए, तो मैं आपको पार कर दूंगा केवट ने भगवान से धन-दौलत, पद ऐश्वर्य, कोठी-खजाना नहीं मांगा। उसने भगवान से उनके चरणों का प्रक्षालन मांगा।

केवट की नाव से गंगा पार करके भगवान ने केवट को उतराई देने का विचार किया। सीता जी ने अर्धागिनी स्वरूप को सार्थक करते हुए भगवान की मन की बात समझकर अपनी कर-मुद्रिका उतारकर उन्हें दे दी। भगवान ने उसे केवट को देने का प्रयास किया, किंतु केवट ने उसे न लेते हुए भगवान के चरणों को पकड़ लिया। जो देवताओं के लिए भी दुर्लभ है, ऐसे भगवान के श्रीचरणों की सेवा से केवट धन्य हो गया। भगवान ने उसके निस्वार्थ प्रेम को देखकर उसे दिव्य भक्ति का वरदान दिया तथा उसकी समस्त इच्छाओं को पूर्ण किया।

कथा में विशेष रूप से पहुंचे  सीएम मनोहर लाल के पूर्व राजनीतिक सचिव श्री अजय गौड़ ने परम पूज्य संत श्री कृष्णा स्वामी जी महाराज से आशीर्वाद लिया।  श्री अजय गौड़ ने कहा की कथा का श्रवण करने से मन में शांति मिलती है, मन एवं ह्रदय पवित्र होता है, साथ ही विचार शुद्ध होते हैं। जिससे हम एक अच्छे और साफ-सुथरे समाज के निर्माण करने की दिशा में आगे बढ़ते हैं।

जीवन में सफलता पाने के लिए मन का शुद्ध होना बहुत जरूरी है। कथा सुनने से परिवारों में सुख शांति आती है जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं .धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कथा करने से जहां व्यक्ति को परमात्मा की भक्ति और उनके बारे में जानने का ज्ञान प्राप्त होता है. कथा से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति भी होती है श्री अजय गौड़ ने भव्य रूप से  श्री रामा कृष्णा फाउंडेशन , रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर 9 , श्री राम मंदिर महिला समिति , प्रोत्साहन वूमेन सोसाइटी का और फरीदाबाद शहरी विधानसभा के सभी शामिल लोगों का धन्यवाद किया।

इस मौके पर रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर 9 के प्रधान रणवीर चौधरी ने बताया की कथा में यजमान अशोक चौधरी,  विशेष रूप से यजमान  रहे , उन्होंने बताया की 16 फरवरी से 25 फरवरी तक आयोजित 10 दिवसीय राम कथा रोजाना ही दोपहर 3  बजे से शाम 6  बजे तक हो रही है।  वहीँ 25 फरवरी को विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जायेगा।   कथा के पांचवे दिन नीतू राजपूत , उषा  भाटिया , मंदीप चावला , नमृता मित्तल  , मधु गुप्ता ,  मंजू बजाज, समरिति राजपूत , प्रभा मल्होत्रा, प्रवेश राजपूत , सावित्री मोर ,शील जी ,नीतू मिड्डा , प्रीति  शर्मा ,मोनिका जी ,रीना जी , कांता जुनेजा जी ,  अजय भाटिया,  नमृता मित्तल, रिक्की चौधरी , नीतू  राजपूत, सतबीर  शर्मा, अशोक शर्मा, रोशन लाल बोराड़, राजिन्द्र मेंदीरत्ता, सुंदर जिंदल, विनय खंडूजा, हरिप्रकाश गर्ग, सुभाष मदान एवं दीपक बख्शी इत्यादि उपस्थित रहे।

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