पुलिस आयुक्त की डीपी लगाकर पुलिसवालों से ही ठगी की कोशिश

फरीदाबाद। पैसे कमाने के लिए साइबर ठग अब तक लोगों को फोन कर या फर्जी संदेश भेजकर अपना शिकार बनाते थे। अब साइबर ठगों ने पुलिसकर्मियों को ही अपने टारगेट पर ले लिया है। ठग पुलिस आयुक्त की डीपी लगे मोबाइल नंबर से थाना व चौकी प्रभारियों से पैसों की मांग कर रहे हैं। हालांकि आरोपी अब तक अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाए हैं। सतर्क पुलिसकर्मियों ने ठगों को पैसे न देकर उनका नंबर ब्लॉक कर दिया। साइबर थाना पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है।
सूत्रों के मुताबिक जिले के कई थाना व चौकी प्रभारियों के पास साइबर ठगों ने पैसे मांगने संबंधित संदेश भेजे हैं। जिस नंबर से संदेश भेजे जा रहे हैं। उसपर पुलिस आयुक्त की फोटो डीपी पर लगा रखी है। संदेश में लिखा है जरूरी काम है, तुरंत पैसे भेजे जाएं। अलग-अलग लोगों से पैसे की मांग में रकम कम या ज्यादा की गई है।

हालांकि जिले के किसी भी पुलिसकर्मी को ठग अपने जाल में नहीं फंसा पाए। एक थाना प्रभारी ने बताया साइबर ठग अलग-अलग तरीके से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं लेकिन ये पैंतरा पुलिस पर नहीं चल पाएगा। सभी पुलिसकर्मी पुलिस आयुक्त की कार्यशैली से परिचित हैं। ऐसे में किसी को यकीन ही नहीं हो रहा कि पुलिस आयुक्त इस तरह से संदेश भेजकर पैसे की मांग कर सकते हैं। उनके पास जब संदेश आया तो उन्होंने नंबर को ब्लॉक कर दिया। बीते करीब दस से पंद्रह दिनों में इस तरह का संदेश कई पुलिसकर्मियों के मोबाइल पर आया है। इनमें थाना प्रभारी व चौकी प्रभारी भी शामिल हैं। आरोपी ने पुलिस की वेबसाइट से थाना व चौकी प्रभारियों के सरकारी नंबर निकालकर संदेश भेजे हैं। पुलिसकर्मियों ने आरोपी की हरकत पर शक होते ही मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी है। साइबर क्राइम की टीम आरोपी की तलाश कर रही है।

गुरुग्राम पुलिस ने एक आरोपी को दबोचा
इसी तरह की ठगी करने की जुगत में लगे एक आरोपी को गुरुग्राम पुलिस ने दबोचा है। आरोपी ने गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त की फोटो अपने मोबाइल की डीपी पर लगाकर पुलिस कर्मियों से पैसे मांगे थे। फरीदाबाद पुलिस भी इस आरोपी को जांच में शामिल कर सकती है। एसीपी साइबर क्राइम अभिमन्यु गोयत ने बताया उनकी टीम पुलिस आयुक्त की फोटो डीपी पर लगाकर पैसे मांगने वाले की तलाश कर रही है। पहले से सचेत होने के कारण कोई भी पुलिस कर्मी ठगी का शिकार नहीं हो पाया है। उन्होंने लोगों से भी अपील की है किसी भी तरह से संदेश पर किसी को पैसे न भेजें। किसी जानकार की फोटो देखकर झांसे में आने से पहले फोन पर बात जरूर करें। पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद ही पैसे का ऑनलाइन लेनदेन करें। साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।

Related Articles

Back to top button