भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा : शत्रुजीत कपूर

पुलिस महानिदेशक हरियाणा की अध्यक्षता में आयोजित हुई क्राइम गोष्ठी

फरीदाबाद, 09 सितम्बर पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आमजन की समस्याओं को गंभीरता से सुनकर उनका समय पर निपटारा किया जाए। किसी भी माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर प्रभारी संज्ञान ले और जिम्मेवारी के साथ निवारण करवाया जाए । उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्यशैली और शिकायतकर्ता की संतुष्टि के स्तर का पता लगाने के लिए हर जिले में फीडबैक सेल बनाया जाएगा ,फरीदाबाद में तो फीडबैक सेल बना भी दिया है। जिसमें शिकायत के एक हफ्ते बाद फीडबैक सेल मैं नियुक्त कर्मचारियों द्वारा किसी भी शिकायतकर्ता से फोन करके फीडबैक लिया लिया जाएगा।

किराएदार ड्राइवर मेड पासपोर्ट चरित्र सत्यापन इत्यादि सेवाओं के लिए अप्लाई करने वालों से  फीडबैक भी फीडबैक लिया जाएगा । पता किया जायेगा की उनका काम समय पर हुआ कि नहीं, पुलिसकर्मी का व्यवहार कैसा था और सेवाओं के बदले रिश्वत की डिमांड तो नहीं की गई है। श्री कपूर शनिवार को सेक्टर-12 लघु सचिवालय स्थित सभागार में क्राइम गोष्ठी में उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे।

आयोजित गोष्ठी में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून – व्यवस्था श्रीमती ममता सिंह, पुलिस कमिश्नर राकेश आर्य और संयुक्त पुलिस आयुक्त ओपी नरवाल सहित सभी डीसीपी, सभी एसीपी, सभी क्राइम ब्रांच प्रभारी, सभी थाना प्रबंधक और सभी चौकी प्रभारियों के अलावा हुडा सेल, इकोनामिक सेल इत्यादि अन्य युनीट के प्रभारी भी रहे मौजूद। पुलिस महानिदेशक ने निर्देश देते हुए कहा कि ग्राम प्रहरी से प्रतिदिन डाटा कलेक्ट करें और डाटा पर तुरंत कार्रवाई करें। किसी भी कार्य को करते समय कानूनी प्रक्रिया का पालन करना अति आवश्यक है। प्रत्येक थाने चौकी के बीट इंचार्ज की कार्रवाई के समय अहम भूमिका रहती है इसलिए बीट इंचार्ज को उसके एरिया का अच्छे से पता होना चाहिए और वहां पर रहने वाले लोगों की जानकारी अवश्य होनी चाहिए।

लोगों को नशे से होने वाले दुष्परिणाम और समस्याओं के बारे में समय-समय पर जागरुक करें।  बीट प्रणाली के संबंध में निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि बीट इंचार्ज को अपनी बीट में नशा करने वाले लोगों की लिस्ट बनाए।  भ्रष्टाचार रोकने के लिए उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी दलालों से दूरी बनाकर रखें  ,अगर गड़बड़ी पाई गई तो संबंधित एसएचओ चौकी इंचार्ज व सुपरविजन करने वालो के खिलाफ कारवाई की जाएगी। प्रत्येक थाने में इन्वेस्टिगेशन की टीम अलग होनी चाहिए जिनसे इन्वेस्टिगेशन के अलावा कोई अन्य ड्यूटी नहीं ली जानी चाहिए। अच्छा काम करने वाले को हीरो ऑफ द वीक बनाया जाए। प्रत्येक पुलिसकर्मी को सप्ताह में 1 दिन का रेस्ट सुनिश्चित किया जाए ताकि वह अपने परिवार के साथ भी थोड़ा समय व्यतीत कर सके।

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