झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड आगे बढा रहा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खादी मिशन को
-खादी उत्पादों पर 20 प्रतिशत तक मिल रही है छूट
-शिल्प मेले में पर्यटक खादी के उत्पादों में दिखा रहे हैं अच्छी दिलचस्पी
सूरजकुंड (फरीदाबाद),12 फरवरी। 36 वें सूरजकुंड अंतरराष्टï्रीय शिल्प मेला में देशी-विदेशी बुनकर अपने उत्पादों से पर्यटकों को खूब लुभा रहे हैं। एक ओर जहां सिल्क से बनें कपड़ों को पर्यटक पसंद कर रहे हैं, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खादी को बढ़ावा देने के मिशन को झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड आगे बढ़ा रहा है। खादी के उत्पादों पर 20 प्रतिशत तक छूट भी दी जा रही है।
शिल्प मेला में एक ओर जहां सिल्क साडिय़ों की ओर पर्यटक खिंचे चले आ रहे हैं, वहीं खादी की साड़ी लोगों को लुभा रही है। झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड न केवल खादी से बने स्वदेशी उत्पादों के लिए आमजन को रिझा रहा है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधनों से स्वदेशी उत्पादों के प्रयोग के लिए पर्यटकों को प्रोत्साहित कर रहा है। मेला क्षेत्र में स्टॉल संख्या-1085 पर अरविंद कुमार के नेतृत्व में बोर्ड द्वारा अनेक उत्पादों के 6 स्टॉल लगाए गए हैं। संतोष व दीपक ने बताया कि झारखंड में लगभग 50 प्रतिशत जनता खादी का प्रयोग कर रही है तथा इस शिल्प मेले में भी पर्यटक खादी के उत्पादों में अच्छी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड वर्ष 2006-07 से लगातार मेले में शिरकत कर रहा है। बोर्ड की स्टॉलों पर खादी कॉटन से बने उत्पादों में साड़ी, शर्ट, कुर्ता आदि उत्पाद हैं। सौंदर्य प्रसाधनों में नीम व चाय से बना साबुन, नीम, एलोवेरा, गुलाबजल, प्याज आदि से तैयार तेल, हर्बल मेंहदी, बॉडीवॉश, त्रिफला, जामुन, शिकाकाई, नीम के पाउडर भी स्वदेशी उत्पादों को बढावा दे रहे हैं।