तेल एवं गैस, फार्मा और बीमा सेक्टर में नौकरियों में बढ़ोतरी देखने को मिली : नौकरी जॉबस्पीक अक्टूबर-नवंबर 2023
भारत: भारत में व्हाइट कॉलर हायरिंग के लिए प्रमुख जॉब इंडेक्स, नौकरी जॉबस्पीक इंडेक्स, 2023 के अक्टूबर-नवंबर महीनों के लिए संयुक्त रूप से 2433 पर रहा, जो 2022 की समान अवधि की तुलना में 12 फीसदी कम है। पिछले साल दीवाली अक्टूबर में थी, ऐसे में तुलना के लिए दो महीने के डेटा को एकसाथ मिलाया गया है। इस इंडेक्स से पता चलता है कि आईटी भर्ती गतिविधियां पिछले 6 महीनों में स्थिर हो गई हैं। हालांकि, ये 2022 की तुलना में निचले स्तर पर है। वहीं, बड़े गैर-आईटी सेक्टर में इस अवधि में भर्तियों में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
ऐसे सेक्टर जिनमें भर्तियों में हुई बढ़त
तेल एवं गैस सेक्टर में मिलने वाली नौकरियों में अच्छी तेजी दर्ज की गई है। पिछले साल की तुलना में अक्टूबर-नवंबर की अवधि में इस सेक्टर में नियुक्तियों में 9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। इस बढ़ोतरी का श्रेय एनर्जी कंपनियों द्वारा किया जा रहा तेज विस्तार और देश भर में नई रिफाइनरियों की स्थापना को दिया जा सकता है। मशीन ऑपरेटर/मशीनिस्ट, इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर और मेंटेनेंस हेड कुछ ऐसी नौकरियां थी जिनकी इस क्षेत्र में अच्छी मांग देखने को मिली है। इन तीनों नौकरियों में 2022 के अक्टूबर-नवंबर की तुलना में 2023 के अक्टूबर-नवंबर महीनों में 39 फीसदी, 25 फीसदी और 7 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
फार्मा सेक्टर में मिलने वाली नई नौकरियों में 2023 के अक्टूबर-नवंबर महीनों में सालाना आधार पर 6 फीसदी की वृद्धि देखने को मिली है। इस सेक्टर में लैब टेक्नीशियन, क्लिनिकल असिस्टेंट और स्टोर कीपर की नौकरियों में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली। समीक्षाधीन अवधि में इन नौकरियों में वार्षिक आधार पर 18 फीसदी, 1 फीसदी और 30 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
अक्टूबर-नवंबर 2023 में बीमा सेक्टर की नौकरियों में भी अच्छी बढ़त हुई है। इस अवधि में इस सेक्टर में मिलने वाली नौकरियों में सालना आधार पर 5 फीसदी की बढ़त हुई है। ब्रांच सेल्स एक्जीक्यूटिव, एरिया सेल्स मैनेजर और ब्रांच सेल्स मैनेजर कुछ ऐसी नौकरियां थीं, जिनमें 2023 की अक्टूबर-नवंबर अवधि में सालाना आधार पर 16 फीसदी, 12 फीसदी और 17 फीसदी का उछाल आया है।
आईटी सेक्टर पर दबाव जारी रहा और अक्टूबर-नवंबर 2023 में इस सेक्टर की कुल नियुक्तियों में सालाना आधार पर 22 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। लेकिन अच्छी बात यह है कि 2023 की पहली छमाही में बड़े करेक्शन के बावजूद इस सेक्टर ने अक्टूबर 2023 की तुलना में (दिवाली के बावजूद) नवंबर 2023 में 1 फीसदी की बढ़त दर्ज की है। मशीन लर्निंग इंजीनियर और फुल स्टैक डेटा साइंटिस्ट जैसे एआई से संबंधित क्षेत्रों में नई नौकरियों के अवसर बढ़े हैं। इन नौकरियों में अक्टूबर-नवंबर 2022 की तुलना में अक्टूबर-नवंबर 2023 में 64 फीसदी और 16 फीसदी को बढ़ोतरी हुई है।
नॉन-मेट्रो ने मेट्रो शहरों को पछाड़ा
नौकरियां देने के मामले में गैर-महानगरों ने एक बार फिर महानगरों से बेहतर प्रदर्शन किया है। वडोदरा में अक्टूबर-नवंबर 2023 में नई नौकरियों में सालाना आधार पर 9 फीसदी की बढ़त हुई है। हालांकि अहमदाबाद इस मामले में स्थिर रहा है, यानी यहां 2023 की अक्टूबर-नवंबर अवधि में नई नौकरियों की संख्या 2022 की अक्टूबर-नवंबर अवधि समान ही रही है। 2023 की अक्टूबर-नवंबर अवधि में मेट्रो दिल्ली एनसीआर और मुंबई में से प्रत्येक में 12 फीसदी की निगेटिव ग्रोथ देखने को मिली है। बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और पुणे के आईटी-केंद्रित शहरों ने 2022 की अक्टूबर-नवंबर अवधि की तुलना में 2023 की अक्टूबर-नवंबर अवधि में 20 फीसदी, 18 फीसदी, 21 फीसदी और 18 फीसदी की निगेटिव ग्रोथ देखने को मिली है।
सीनियर प्रोफेशनल्स संगठनों के पसंदीदा बने हुए हैं
कंपनियों ने नियुक्तियों के मामले में वरिष्ठ पेशेवरों को प्राथमिकता देना जारी रखा है। यह ट्रेंड 2023 के अधिकांश समय में देखने को मिला है। 16 वर्ष से अधिक के अनुभव वाले सीनियर प्रोफेशनल्स की भर्ती में 2023 की अक्टूबर-नवंबर की अवधि में सालाना आधार पर 26 फीसदी की जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई है। 13-16 वर्ष के अनुभव श्रेणी में आने वाले प्रोफेशनल्स की नई नौकरियों में 6 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। 8-12 वर्ष और 4-7 वर्ष की अनुभव श्रेणी में आने वाले प्रोफेशनल्स की नियुक्ति में क्रमशः 6 फीसदी और 22 फीसदी की गिरावट आई है। फ्रेशर्स के लिए नई नौकरियों में 2022 की समान अवधि की तुलना में अक्टूबर-नवंबर 2023 की अवधि में 13 फीसदी की नकारात्मक वृद्धि है।
Naukri.com के चीफ बिजनेस ऑफीसर पवन गोयल ने कहा “त्योहारी अवधि के दौरान तेल एवं गैस, फार्मा और बीमा जैसे मुख्य गैर-आईटी सेक्टर में नई भर्तियों में खासी बढ़ोतरी देखने को मिली है। नवंबर में आईटी सेक्टर में नई नौकरियों में अक्टूबर की तुलना में 1 फीसदी की बढ़त हुई है।” इस अच्छे संकेत की लंबे समय से प्रतीक्षा की जा रही थी क्योंकि हम अगले महीने के रुझानों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।”