चांद मोहम्मद बच्चों के साथ खुशी नहीं राजनीति करने आए थे- रंजीता मेहता
पंचकूला 9 नवंबर हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता ने चांद मोहम्मद उर्फ चंद्रमोहन द्वारा शिशु गृह सेक्टर 15 में रहने वाले बच्चों के नाम पर राजनीति करने पर उनकी निंदा करते हुए कहा कि पहले वह जनता को यह बता दें कि चांद मोहम्मद से वह चंद्र मोहन कब बने। रंजीता मेहता ने कहा कि राजनीति करने के लिए और भी कोई स्थान हो सकता था, लेकिन उन्होंने बेसहारा बच्चों का सहारा लेकर राजनीति करने की जो ओच्छी हरकत की है, उसकी जितनी निंदा की जाए कम है। रंजीता मेहता ने कहा कि चांद मोहम्मद उर्फ चंद्रमोहन को दादा बनने पर बधाई , लेकिन उन्हें इस तरह से बेसहारा बच्चों के घर में आकर उनका मजाक बनाने का कोई हक नहीं है। शिशु गृह सेक्टर 15 पंचकूला में बच्चों की देखरेख के लिए विशेष ध्यान दिया जाता है। बच्चों के खानपान लालन पोषण के लिए स्टाफ कार्यरत है दिन हो या रात 24 घंटे हरियाणा बाल कल्याण परिषद इन बच्चों के साथ खड़ा है पिछले 15 वर्ष में चंद्रमोहन को कभी इन बच्चों की याद नहीं आई चुनाव नजदीक आता देख चंद्रमोहन सोच रहे हैं कि इन बच्चों का सहारा लेकर उनका कुछ बन जाएगा, लेकिन ऐसा कतई नहीं होगा, प्रदेश की जनता उनके बारे में अच्छे से जानती है।
रंजीता मेहता ने कहा कि शिशु गृह में किसी प्रकार का कोई कंप्यूटर कोर्स नहीं सिखाया जाता यहां पर अधिकतम 5 वर्ष की आयु तक के बच्चे रहते हैं जिन्हें स्कूली शिक्षा दिलवाई जाती है। इन कंप्यूटर कोर्स के लिए बाल भवन सेक्टर 14 को अधिकृत किया गया है। चंद्रमोहन को इन बातों का तब ज्ञान होता यदि उन्हें अपने दोस्तों के साथ ताश खेलने से फुर्सत मिलती। रंजीता मेहता ने कहा कि चंद्र मोहन और चांद मोहम्मद यदि शिशु गृह गए थे तो वहां से बच्चों को गोद लेने वाले परिवारों के कमेंट भी पढ़ कर आते जिसमें वह बच्चों के लालन पोषण और पढ़ाई लिखाई के संदर्भ में अपने क्या कमेंट देकर आए हैं। विदेशों से भी परिवार बच्चों को गोद लेने के लिए आ रहे हैं। चंद्रमोहन उर्फ चांद मोहम्मद हरियाणा सरकार द्वारा बच्चों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाएं और उन्हें क्रियान्वित करने वाली हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की गतिविधियों से चिंतित नजर आ रहे हैं, इसलिए वह बच्चों के नाम पर राजनीति करने पर 15 पहुंच गए।
रंजीता मेहता ने कहा कि शायद चंद्र मोहन के पास कोई दिव्य दृष्टि है जो उन्हें बिना किचन देखे ही वहां की गंदगी दिखाई देने लगी रंजीता मेहता ने कहा कि चंद्र मोहन और चांद मोहम्मद किचन तक गए भी नहीं तो उन्हें वहां की गंदगी कैसे दिखाई देने लगी रंजीता मेहता ने कहा कि उनके संज्ञान में लाना चाहते हैं कि जिस एंबुलेंस के बारे में वह कमेंट कर रहे हैं, वह एक कंडम एंबुलेंस है और उसे ऑक्शन किया जाना है। रंजीता मेहता ने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के इस शिशु गृह के लिए एंबुलेंस की अलग व्यवस्था है जो कि बच्चों को अस्पताल एवं इलाज के लिए लेकर जाती है। शिशु गृह के बाहर दीवार के साथ हवा के साथ गिरे कुछ पत्तों को दिखाकर चंद्र मोहन सफाई व्यवस्था पर जो बात खड़ी करना चाह रहे हैं, उन्हें यदि शिशु गृह की सफाई व्यवस्था देखनी थी, तो परिषद से परमिशन ले लेते तो उन्हें अंदर की सफाई व्यवस्था अच्छे से दिखा दी जाती। इस तरह दीवार के पास खड़े होकर कुछ पत्तों को देखकर सफाई व्यवस्था पर अपने विचार व्यक्त कर देना, किसी नासमझ व्यक्ति की सोच ही हो सकती है।