फरीदाबाद स्थित अमृता हॉस्पिटल ने अपनी स्थापना दिवस की पहली वर्षगांठ मनाई
फरीदाबाद, 24 अगस्त। 2,600 बिस्तरों वाला अमृता अस्पताल पिछले साल अगस्त में माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन के बाद से अपनी स्थापना की पहली वर्षगांठ मना रहा है। 130 एकड़ में फैले भारत के सबसे बड़े प्राइवेट मल्टीस्पेशलिटी हेल्थकेयर अस्पताल ने पिछले 12 महीनों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। अपनी स्थापना के बाद से इसने 1.60 लाख से अधिक बाह्य रोगियों, 11,600 आंतरिक रोगियों और 3,000 से अधिक सर्जरी का आंकड़ा पार कर लिया है।
फरीदाबाद स्थित अमृता अस्पताल ने केवल एक वर्ष की अवधि में स्कूल ऑफ मेडिसिन और स्कूल ऑफ नर्सिंग और पैरा मेडिकल कोर्सेस की स्थापना की है। यह मेडिकल रिसर्च में भी पूरी तरह से शामिल है, जिसमें ज्यादातर फेकल्टी दवा परीक्षण, अनुसंधान अध्ययन आदि में भाग लेते हैं। इसके अलावा, इसने भारत के उत्तरी क्षेत्रों के साथ-साथ दिल्ली एनसीआर के सभी क्षेत्रों में आउटरीच ओपीडी शुरू की है।
अमृता हॉस्पिटल, फरीदाबाद के एडमिनिस्ट्रेटिव डायरेक्टर स्वामी निजामृतानंद पुरी ने कहा, “हम इस विशेष दिन पर अपनी उपलब्धियों का जश्न मनाने और हमें प्रेरित करने वाले सार्थक लक्ष्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए कुछ समय निकाल रहे हैं। पिछले एक साल में, हमने शीर्ष स्तर की चिकित्सा देखभाल और असाधारण रोगी अनुभव प्रदान करने में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता हमारी सफलता के पीछे प्रेरक शक्ति रही है, और यह आपका अटूट समर्पण है, जिसने इस यात्रा को संभव बनाया है। मुझे हमारी पूरी अद्भुत टीम पर गर्व है। हमारी सफलता हमारी मार्गदर्शक ज्योति, विश्व प्रसिद्ध मानवतावादी श्री माता अमृतानंदमयी देवी द्वारा दिखाए गए समाज सेवा और करुणा के मार्ग के कारण संभव हुई है। हमारी पूरी यात्रा के दौरान उनकी उपस्थिति हमारी निरंतर प्रेरणा रही है।”
अमृता हॉस्पिटल्स के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर डॉ प्रेम नायर और अमृता हॉस्पिटल, फरीदाबाद के मेडिकल डायरेक्टर डॉ संजीव सिंह ने कहा, “शुरू से ही, हमारा प्राथमिक लक्ष्य एक स्वास्थ्य सेवा संगठन का निर्माण करना है जो न केवल अत्याधुनिक चिकित्सा देखभाल प्रदान करता है बल्कि एक दयालु, सहानुभूतिपूर्ण और नवीन संस्कृति को भी बढ़ावा देता है। हमने जो असाधारण परिणाम हासिल किए हैं और अनगिनत जिंदगियों पर सकारात्मक प्रभाव डाला है, वे आपकी कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण हैं। जैसा कि हम उन चुनौतियों पर विचार करते हैं जिन पर हमने विजय प्राप्त की है और जो सफलताएं हमने हासिल की हैं, आइए हम नए उत्साह के साथ भविष्य की ओर भी देखें। हमारी यात्रा अभी शुरू हुई है, और अभी कई माइलस्टोन तक पहुंचना है और जिंदगियों को छूना है।”