छात्रहितों की आवाज उठाई तो मुझे मिला सस्पेंशन लैटर : कृष्ण अत्री
मैं राहुल गांधी की टीम का सिपाही हूँ सस्पेंशन लैटर से नही डरता : कृष्ण अत्री
फ़रीदाबाद। छात्र हितों की आवाज उठाने को लेकर सोमवार को सेक्टर 16 स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू कॉलेज प्रशासन ने अपने ही कॉलेज के एमए इकोनॉमिक्स तृतीय सेमेस्टर के छात्र कृष्ण अत्री को सस्पेंड कर दिया था जिसे लेकर आज कृष्ण अत्री ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। प्रेस वार्ता के दौरान के एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री ने भाजपा-जजपा सरकार एवं कॉलेज प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि वह लगातार छात्र हितों की आवाज को उठाते आए हैं जिससे परेशान होकर कॉलेज प्रशासन ने उन्हें कॉलेज से सस्पेंड किया गया है। प्रेस वार्ता में युवा कांग्रेस हरियाणा के प्रदेश उपाध्यक्ष, युवा कांग्रेस शहरी जिला अध्यक्ष नितिन सिंगला, कांग्रेस सेवादल के जिला अध्यक्ष ओ पी भाटी मुख्य रूप से शामिल हुए।
कृष्ण अत्री ने प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह मामला अभी का नही है यह पिछले साल 18 सितंबर 2022 से शुरू हुआ था और उस समय के प्रिंसिपल एम के गुप्ता ने नोटिस निकाला था जिसमे अगर किसी भी कक्षा के छात्रों की प्राध्यापक द्वारा कक्षा नही ले जा रही है तो उसके खिलाफ लिखित में शिकायत में दे, तो नोटिस के हिसाब से एम ए इंग्लिश के एक छात्र ने अपनी कक्षा ना लगने के बारे में शिकायत की। उस समय उन दोंनो विषय को अभी की प्राचार्या श्रीमति रुचिरा खुल्लर पढ़ाती थी। शिकायत करने के अगले दिन रुचिरा खुल्लर कार्यवाहक प्राचार्या थी तो उन्होंने उस छात्र को बुलाया और उसे धमकाया जब छात्र नही डरा तो उसके खिलाफ सेक्टर 16 चौकी में शिकायत दे दी। इसके बाद चौकी में समझौता हो गया और छात्र ने कार्यवाहक प्राचार्या रुचिरा खुल्लर से माफी भी मांगी लेकिन उन्होंने मांफी को चौकी में तो स्वीकार कर लिया लेकिन कॉलेज में आते ही उस छात्र से निजी दुश्मनी दिखाते हुए 15 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया और जो कक्षा वो उस समय पढ़ाती थी वो कक्षायें अन्य प्राध्यापक को देदी और खुद ने स्नातक कक्षाएं लेली। कृष्ण अत्री ने कहा कि ऐसा पहली बार देखने में आया था कि जिसके खिलाफ शिकायत दी थी उसी ने छात्र को ससपेंड कर दिया हो।
कृष्ण अत्री ने आगे कहा की उसी बदले की भावना से मुझे भी कॉलेज से ससपेंड किया गया है क्योंकि मैं उस समय भी उस छात्र के साथ खड़ा था और आज भी छात्रों के साथ ही खड़ा हुआ हूं। उन्होंने कहा कि मुझे छात्रों की आवाज उठाने से रोका जा रहा है, मेरे पर अलग अलग तरीके से दवाब बनाया जा रहा है लेकिन मैं दबने वाला नही हूँ। अत्री ने कहा कि वो राहुल गांधी की टीम के सिपाही है जैसे राहुल गांधी की सदस्यता को गैर कानूनी तरीके से रद्द किया था और अब न्यायालय में लड़ाई लड़कर वो दुबारा से सांसद बनकर संसद में हर वर्ग की आवाज उठा रहे हैं उसी तरह से मेरा भी निलंबन रद्द होगा और मैं फिर से छात्र बनकर कॉलेज में रहकर छात्रों की आवाज बुलंद करूँगा।