आपसी तालमेल से काम करेंगे तभी हम जानमाल का नुकसान बचा सकेंगे : उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आज फरीदाबाद जिला के बाढ़ग्रस्त गांवों का जायज़ा लिया
फरीदाबाद, 15 जुलाई। यमुना का जलस्तर बढ़ने के बाद फरीदाबाद में भी यमुना के साथ लगते हुए गांवों को काफी नुकसान हुआ है। यमुना का जल सर बढ़ने के बाद पानी यमुना से लगते हुए गांव के घरों में खेतों में घुस गया। प्रशासन ने भी मुस्तैदी दिखाते हुए पानी में फंसे लोगों को निकालते हुए सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया वहां पर उनको खाने पीने रहने की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। हरियाणा प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आज फरीदाबाद जिला के बाढ़ग्रस्त गांवों में प्रभावित क्षेत्र का जायज़ा लेने पहुंचे। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ख़ुद ट्रेक्टर लेकर मंझावली बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में लोगों का हाल -चाल जानने पहुंचे। इसके पश्चात मोहना-बागपत पुल और बागपत के बाढ़ग्रस्त इलाके का दौरा किया। उन्होंने बताया कि बाढ़ग्रस्त इलाकों में एनडीआरएफ की टीमें और दो जगह पर आर्मी की टीमों को लगाया हुआ है। हमारा पहला लक्ष्य है कि जो लोग खेतों में बने घरों में बाढ़ के पानी के कारण फसे हुए है उनको सही सलामत वहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर लेकर जाए। उन्होंने बताया कि अंबाला में जहां थी वहां पर हेलीकॉप्टर की मदद से राहत सामग्री पहुचायी गई। फरीदाबाद और पलवल जिला के 16 गांव यमुना के प्रभावित हुए है एनडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन निरंतर चल रहा है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि 7 जिले जो हमारे यमुना के साथ-साथ लगते हैं उनमें काफी नुकसान हुआ है। अगर जरुरत पड़ी हेलीकॉप्टर की सहायता से लोगों तक खाना पहुंचाने और बाढ़ में फंसे लोगो को निकलने का जाएगा। उन्होंने कहाकि बाढ़ राजनीति यह छोटी मानसिकता के लोगों का काम है। अभी समय है सबको मिलकर एकजुट होकर काम करते हुए आगे बढ़ने की। मिलजुल कर आपसी तालमेल से काम करेंगे तभी हम जानमाल का नुक्सान बचा सकेंगे। उन्होंने बताया कि इसिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब ग्यारह सौ करोड़ रुपए बाढ़ से निपटने के लिए किसी प्रदेश ने लगाए हो। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि किसी के भी घर को, जानमाल को, पशु को फसल को नुकसान हुआ है तो उसके लिए नई गाइडलाइन हमने 3 महीने पहले ही जारी कर दी थी। उसके तहत पीड़ित को जल्द से जल्द उसको मुआवजा देंगे।
उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित लोगों को नाव से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए और जहां नाव नहीं जा सकती, वहां से हेलीकॉपटर से लिफ्ट करके लाया जाए। इसके अलावा आवश्यकता अनुसार बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में फंसे लोगों तक सर्वप्रथम सूखा राशन, खाना और पीने का पानी, दवाई पहुंचाई जाए। इस अवसर पर विधायक राजेश नागर ने कहाकि बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में फंसे लोगों को एनडीआरएफ की टीमों द्वारा रेस्क्यू किया जा रहा है और राहत शिविरों में लोगों के लिए बेहतर से बेहतर व्यवस्था की जा रही है वहीं उन्हें जरूरी सामान भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहाकि हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वयं बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का हेलीकॉप्टर से सर्व कर रहे है और उन्होंने कहा है कि राहत कार्यों में किसी प्रकार की कमी नहीं आने देंगे। विधायक राजेश नागर ने राहत शिविर में मौजूद सुविधाओं के बारे में जानकारी ली और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर उपायुक्त विक्रम सिंह, जिला पलवल की उपायुक्त नेहा, पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा, जिला अध्यक्ष जजपाकृष्ण जाखड़, प्रदेश सचिव प्रेम सिंह धनकड़, अरविंद भरद्वाज, उमेश भाटी सहित तहसीलदार, पटवारी, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, राजस्व विभाग, पशुपालन एवं डेयरी विभाग सहित अन्य कई विभागों के अधिकारीगण और कर्मचारी मौजूद रहे।