बुखार का इंजेक्शन लगाते ही चार साल का बच्चा कोमा में गया, डॉक्टर पर लगा लापरवाही का आरोप
फरीदाबाद, 10 जुलाई। एनआईटी दो जे ब्लाक में परिवार के साथ रहने वाला करीब चार साल का बच्चा इलाज के दौरान कोमा में चला गया है। डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा है। बच्चे के स्वजन की शिकायत पर पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। एनआईटी दो जे ब्लाक के रहने वाले नरेंद्र वधवा ने पुलिस काे दी शिकायत में कहा है कि 23 दिसंबर 2022 को दोपहर करीब एक बजे वे अपने पोते योग वधवा को बुखार होने पर इलाज के लिए एनआईटी पांच ए ब्लाक स्थित लिटिल बुड मदर केयर अस्पताल लेकर आए थे। यहां डाक्टर भीमसेन ने इलाज शुरू किया। दवा लेकर वे वापस घर चले गए। उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो वे बच्चे को वापस अस्पताल लेकर पहुंचे। डाक्टर ने नर्स को बच्चे को इंजेक्शन लगाने के लिए कहा।आरोप है कि नर्स ने जैसे ही बच्चे को इंजेक्शन लगाया उसकी हालत बिगड़ने लगी। हालत काबू से बाहर होने पर डाक्टर ने बच्चे को किसी बड़े अस्पताल लेकर जाने के लिए कहा। एंबुलेंस का प्रबंध करके वे बच्चे को तुरंत एस्काेर्ट्स अस्पताल लेकर पहुंचे। करीब एक घंटे इलाज के बाद बच्चे को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्चा 10 से 12 दिन वेंटिलेटर पर रहा। उसके इलाज में 18 से 20 लाख रुपये खर्च हो गए मगर उसका दिमाग अभी भी ठीक से काम नहीं कर रहा है। पुलिस ने डाक्टर भीमसेन के खिलाफ लापरवाही का मुकदमा दर्ज कर लिया है।