मानव कल्याण का रास्ता दिखाता रहेगा संत कबीर दास का जीवन: केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर
संत कबीर जयंती के अवसर पर आयोजित “वंचित समाज कल्याण समारोह” केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने बतौर मुख्य अतिथि की शिरकत
फरीदाबाद, 5 जून। संत कबीर दास एक महान कवि तथा समाज सुधारक थे। उनकी रचनाएँ जीवन व समाज को सुधारने को समर्पित थी।उनकी रचनाएं युगों तक मानव कल्याण का रास्ता दिखाती रहेंगी। संत कबीर दास भक्ति काल के महान संत थे। कबीरदास जी को कर्म प्रधान कवि भी कहा गया है। हिंदी साहित्य में उनका अहम योगदान रहा है। केंद्रीय ऊर्जा एवं भारी उद्योग राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने सेक्टर-16 स्थित अनाज मंडी में संत कबीर जयंती के अवसर पर आयोजित वंचित वर्ग कल्याण समारोह में शिरकत कर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए यह कहा। समारोह में फरीदाबाद विधायक नरेंद्र गुप्ता व होडल विधायक जगदीश नायर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि कबीर की रचनाएँ बहुत खूबसूरत और सजीव हैं जिनमें समाज की झलकियों को दर्शाया गया है। उनका संदेश सीधा और स्पष्ट होता था।
उनके संदेश पहले भी उतने ही प्रासंगिक थे तथा आज भी और भविष्य में भी प्रासंगिक रहेंगे। संत कबीर दास कवि होने के साथ समाज कल्याण और समाज हित के कार्यों में भी व्यस्त रहते थे। उनकी इसी उदारता के लिए उन्हें संत की उपाधि भी दी गई है। उन्होंने कहा कि संत कबीर दास ने हमेशा अपने दोहों के माध्यम से समाज में प्रचलित कुरीतियों एवं भेदभाव के विरुद्ध जन-जागृति पैदा की। उनके सद्भावना और मानवता के संदेश देशवासियों को सदैव प्रेरित करेंगे। केंद्र व राज्य सरकार द्वारा एससी/एसटी समुदाय के सशक्तिकरण के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों को रेखांकित करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि आज एससी वर्ग के लोग समाज का नेतृत्व कर रहे हैं और केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार यह यह सुनिश्चित करती है कि जो इन समुदाय की जरूरत है वह पूरी हों। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई मुद्रा योजना के करोड़ों लाभार्थियों में से 50% से अधिक अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व पिछड़ा वर्ग के लोग हैं। केंद्र व राज्य सरकार अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। इसी प्रकार प्रदेश की मनोहर सरकार द्वारा एससी/एसटीए वर्ग के लोगों के लिए विभिन्न लाभकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री अंतोदय परिवार योजना के माध्यम से इन वर्गों के गरीब परिवारों जिनकी आय सालाना एक लाख 80 हज़ार से कम है, उनको विभिन्न योजनाओं के माध्यम से रोजगार व स्वरोजगार के अवसर प्रदान कर उनका उत्थान करना एक अच्छा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एससी-एसटी समाज के बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए एकलव्य मॉडल स्कूल पर जोर दिया है और इस योजना के तहत अगले 5 साल में 400 से अधिक नए विद्यालय बनाए जाएंगे और 200 से अधिक विद्यालयों का निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों की सोच थी कि यदि इन वर्गों को बुनियादी सुविधाएं दे दी जाएं तो उनकी जिम्मेदारी पूरी हो गई। लेकिन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि बुनियादी सुविधाएं ही काफी नहीं है बल्कि इस समाज को देश के विकास की मुख्यधारा से जोड़ना भी सरकार की ज़िम्मेदारी है। एससी समाज के विभिन्न संगठनों द्वारा शिक्षा क्षेत्र के आरक्षण में प्रदेश सरकार द्वारा एससी वर्ग को दो अलग-अलग केटेगरी में विभाजित करने पर केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर का धन्यवाद किया। इस अवसर भाजपा जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा, माननीय मुख्यमंत्री के पूर्व सलाहकार अजय गौड़, निवर्तमान पार्षद छत्रपाल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष पंकज पूज्यन रामपाल, समारोह के आयोजनकर्ता अजरोंदा मंडल उपाध्यक्ष आरसी शेखर, मास्टर बालू सिंह सहित एससी समाज के विभिन्न सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।