उखड़ती सांसों की दुहाई देकर उन्हें दुरस्त रखने के लिए दर दर भटकते वरिष्ठ नागरिक
मेट्रो अस्पताल फरीदाबाद द्वारा ध्वनि और वायु प्रदूषण से परेशान वरिष्ठ नागरिक
अपना एंक्लेव निवासी शिकायत लेकर पहुंचे क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय
फरीदाबाद – 04 जनवरी, 2023: एक चैन भरी सांस नहीं मिल पा रही है। उखड़ती सांसों की दुहाई देकर उन्हें दुरस्त रखने के लिए दर दर भटक रहे हैं। कोई सुनता नहीं अब क्या करें? ये किसी मार्मिक फिल्मी कहानी का कथानक नहीं है बल्कि हकीकत है उन नागरिकों की जिनकी जान पर बन आई है। जी हां हम बात कर रहे हैं उन वरिष्ठ नागरिकों की जो एक निजी अस्पताल के विशालकाय जेनरेटर सेट, कूलिंग सिस्टम, ब्लोअर पंखे, चिलिंग टावर, ऑक्सीजन गैस फैक्ट्री की तमाम तरह की गतिविधियों से। मेट्रो हार्ट एवं मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल के एसटीपी/ईटीपी डिस्चार्ज से अवशेष, जल प्रदूषण और खतरनाक डीजल धुआं, गैस, अस्पताल की गंध, धुएं से शोर और वायु प्रदूषण ने सेक्टर 16 ए निवासियों का जीना दुश्वार कर रखा है। बार बार लिखित शिकायत करने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन कोई समाधान नहीं कर पाया है।
सिंचाई विभाग से सेवानिवृत एक्सईएन सुरेंद्र कुमार त्यागी ने प्रेस को जारी बयान में बताया कि मेट्रो अस्पताल के पृष्ठभाग में स्थापित एसटीपी/ईटीपी डिस्चार्ज से अवशेष, जल प्रदूषण और खतरनाक डीजल धुआं, गैस, अस्पताल की गंध, धुएं से, शोर से और वायु प्रदूषण से हम वरिष्ठ नागरिकों को सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। मौजूदा और नए जनरेटर के शोर और वायु प्रदूषण के संदर्भ में अस्पताल प्रबंधन से वरिष्ठ नागरिकों का प्रतिनिधि मंडल कई बार मिलकर उन्हें उक्त समस्या से अवगत करा चुका है लेकिन समाधान नहीं हो पा रहा है।
अपना एन्क्लेव-सेक्टर 16 ए, पूर्व एक्सईएन श्री सुरेंद्र कुमार त्यागी, श्री नरेश यादव, श्री संजय सेठी, श्री प्रवीण सिंघल, श्री के वरिष्ठ नागरिकों को एसटीपी अपशिष्ट जल छोड़ने के संदर्भ में रजत गांधी, सुश्री गांधी, सुश्री नेहा आहूजा, श्री आनंद गुप्ता, श्री एचपीएस वाधवा और 40 से अधिक अन्य निवासी जिनके घर अस्पताल की चारदीवारी की पिछली दीवार के ठीक विपरीत दिशा में हैं और अन्य पड़ोसी निवासी आज क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी से मिले। अधिकारी मैडम स्मिता कुंडालिया, वरिष्ठ अधिकारी ओमबीर सिंह को मेट्रो हार्ट और मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल- सेक्टर 16 ए द्वारा स्थापित उपकरणों / गैजेट्स और समाज और मानवता के प्रति लापरवाह रवैये से हो रहे भारी प्रदूषण के बारे में अवगत कराया गया।
1. अत्यधिक शोर, कंपन (असहनीय) विशाल ध्वनि स्तर मौजूदा जेनरेटर सेट और स्थापित मशीनरी / उपकरण और वर्तमान में स्थापना के तहत नए जेनरेटर और मशीनरी के कारण अत्यधिक अशांति पैदा कर रहा है। विशाल उद्योग के शुरू होने और चलने के दौरान धुआं उत्सर्जन रिहायशी इलाकों में जनरेटर सेट/उपकरण अत्यधिक वायु प्रदूषण, कंपन आदि पैदा कर रहे हैं और निवासियों को श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर रहे हैं।
2. हाल ही में निर्मित बाउंड्री वॉल रूम पर स्थापित ऑक्सीजन गैस फैक्ट्री जिसमें विशाल निकास पंखे हैं और जहरीली, खतरनाक गैसें/उत्सर्जन पैदा करते हैं।
3. एसटीपी भी क्षमता से कम है और अनुपचारित सीवर कचरे को चारदीवारी के किनारे छोड़ा जा रहा है।
4.इन निवासियों ने पहले 21 दिसंबर 22 को क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी मैडम स्मिता कोंडालिया को जनरेटर और मशीनरी को स्थापित करने के लिए स्थानांतरित करने के लिए एक ज्ञापन दिया था क्योंकि वे असहनीय शोर और कंपन पैदा कर रहे हैं और जनरेटर के नए सेट से समस्या बढ़ रही है इन्सटॉल हो रहा है
5. पूर्व में इन रेजिडेंट्स की अस्पताल के अधिकारियों श्री भट्टी और सना मैडम, श्री राजेश और मेंटेनेंस इंजीनियर और अस्पताल के अधिकारियों के साथ कई बैठकें हो चुकी हैं और अस्पताल के अधिकारी अपनी मनमानी दिखा रहे हैं और आज तक कोई समाधान नहीं किया गया है।
उपरोक्त सभी बिन्दुओ को दर्शाते हुए वरिष्ठ नागरिकों के प्रतिनिधिमंडल ने लिखित शिकायत क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय में दी है। शिकायतकर्ताओं का कहना है की विभाग या अस्पताल प्रबंधन जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान कर उन्हें राहत प्रदान करे अन्यथा उन्हें विवश होकर न्यायालय के दरवाजे खटखटाने पड़ेंगें।