समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए जन भागीदारी है जरूरी: एसडीएम परमजीत चहल
विभिन्न गांवों के सरपंचों व गणमान्य लोगों के साथ नशा मुक्ति को लेकर बैठक का आयोजन
फरीदाबाद। नशे की वजह से बहुत सारे घर उजड़ चुके हैं। नशा समाज को अंधकार की तरफ ले जाता है जिसमें डूबा हुआ इंसान अपना सब कुछ गवा देता है और जब तक उसे होश आता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। नशे का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी होता है। इसलिए आवश्यक है कि मादक पदार्थों से अपनी दूरी बनाकर रखें। एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल ने आज मंगलवार को अपने कार्यालय में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत आयोजित की गयी बैठक में उपस्थित तिगांव एवं फरीदाबाद ब्लॉक के विभिन्न गाँवों के सरपंचों, अधिकारियों व कर्मचारियों सहित गणमान्य लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही।
एसडीएम परमजीत चहल ने कहा कि नशे की लत के कारण हमें बहुत सी अन्दुरुनी बीमारियां हो सकती हैं। तम्बाकू, शराब, सिगरेट का अधिक मात्रा में सेवन करने से हमारे फेफड़े गुर्दे आदि पर प्रभाव पड़ता है और एक समय आने पर वो भी काम करना बंद कर देते हैं। इसके साथ ही साथ हमें यह भी ज्ञात होना चाहिए कि अगर हम ध्रूमपान कर रहे हैं और हमारे सामने या साथ वाले को उसका धुंआ लग रहा है, तो वो भी अनेक बीमारियों से ग्रसित हो सकता है। समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए आमजन व जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों की भागीदारी बेहद जरूरी है। उन्होंने वहां उपस्थित जनप्रतिनिधियों से अपने-अपने क्षेत्र में बच्चों व नौजवान व्यक्तियों के बीच नशे के खिलाफ एक अभियान चलाकर जागरूकता फ़ैलाने की भी अपील की।
उन्होंने नशे के खिलाफ जिला में चल रही विभिन्न गतिविधियों के बारे में भी बैठक में उपस्थित लोगों को अवगत कराया व कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार के अपराध की सूचना देनी है तो वह व्यक्ति पुलिस हेल्पलाइन 112 का प्रयोग कर सकता है। इसके अलावा नशा मुक्ति हेल्पलाइन 9050891508, महिला हेल्पलाइन 1091, साइबर अपराधों से संबंधित शिकायतें 1930 और बच्चों से संबंधित किसी भी अपराध के लिए 1098 पर संपर्क कर सकते हैं। बैठक में सरपंच अशोक, सरपंच मुकेश, सरपंच सतीश, सरपंच कमल, सरपंच मंजू रानी, सरपंच रेखा रानी, एसीपी मोहिंदर सिंह, एसीपी तिगांव सुखबीर सिंह, ग्राम सचिव योगेश, ग्राम सचिव पवन शर्मा, ग्राम सचिव सुखदेव, ग्राम सचिव नंदकिशोर, ग्राम सचिव रवि कुमार सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।