मानव रचना शैक्षणिक संस्थान में एचआर राउंड टेबल के दूसरे संस्करण का हुआ आयोजन, इंडस्ट्री के जाने माने लीडर्स ने विभिन्न विषयों पर रखे विचार
कार्यक्रम में देशभर से प्रतिष्ठित कंपनियों से प्रमुख प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा
फरीदाबाद, 15 अप्रैल। मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) में शनिवार को स्कूल ऑफ लीडरशिप एंड मैनेजमेंट की ओर से एचआर राउंड टेबल के दूसरे संस्करण का आयोजन हुआ। “फ्रॉम द ग्रेट रेजिगनेशन टू द ग्रेट ले ऑफ़ एंटीडॉट फ़ॉर सर्वाइवल विषय पर हुए इस कार्यक्रम में देशभर की विख्यात कंपनियों से प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों ने दीप जलाकर की। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए महिंद्रा फर्स्ट च्वाइस व्हील्स लिमिटेड के चेयरमैन और एचआर राउंड टेबल के चेयरपर्सन राजीव दुबे ने कोविड काल के बाद उद्योगों में बदलते नैतिक मूल्यों पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि कर्मचारी जब खुद की क्षमताओं को चुनौती देते हुए बेहतर प्रयास करेंगे तभी कंपनियां आगे बढ़ सकती हैं। वहीं उन्होंने कंपनियों को कर्मचारी हित में नीतियां बनाने पर फोकस किया।
बतौर मुख्य वक्ता संबोधित करते हुए मैक्स इंडिया और अंतरा सीनियर केयर के मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ रजित मेहता ने कहा कि कोविड के बाद परिदृश्य पूरी तरह बदल चुका है। उन्होंने कहा कि कंपनियों को आज कड़े नियम बनाकर कर्मचारियों पर दबाव बढ़ाने या उनकी मॉनिटरिंग करने की बजाय उन्हें प्रोत्साहित करने पर ध्यान देना होगा। साथ ही उन्होंने टॉप मैनेजमेंट को निचले कर्मचारियों से बात करने और उनकी समस्याओं का समाधान तलाशने की जररूत पर भी चर्चा की। कार्यक्रम के दौरान कुल चार सत्रों में पैनल चर्चा हुई जिसमें वक्ताओं ने विभिन्न विषयों पर विचार और सुझाव साझा किए। पहले सत्र में कर्मचारियों की प्राथमिकता विषय पर चर्चा हुई।
इसमें टेक महिंद्रा के ग्लोबल सीपीए व हैड मार्केटिंग हर्षवेंद्र सेन, सीनियर वीपी कॉरपोरेट एचआर एंड बिजनेस एक्सीलेंस डीएस ग्रुप सिमिन अक्सारी, मारुति सुजुकी के सीएचआरओ कम वीपी (एचआर) सलिल लाल और यूएनओ महिंद्रा के कार्यक्रम के दौरान कुल चार सत्रों में पैनल चर्चा हुई जिसमें वक्ताओं ने विभिन्न विषयों पर विचार और सुझाव साझा किए। पहले सत्र में कर्मचारियों की प्राथमिकता विषय पर चर्चा हुई। इसमें टेक महिंद्रा के ग्लोबल सीपीओ व हैड मार्केटिंग हर्षवेंद्र सोइन, सीनियर वीपी कॉरपोरेट एचआर एंड बिजनेस एक्सीलेंस डीएस ग्रुप सिमिन अक्सारी, मारुति सुजुकी के सीएचआरओ कम वीपी (एचआर) सलिल लाल और यूएनओ महिंद्रा के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर एंड सीईए-ग्रुप हैड एचआर डॉ. राजीव कपूर शामिल रहे। मॉडरेटर की भूमिका निसान मोटर्स इंडिया के पूर्व एमडी अरुण मल्होत्रा ने निभाई। दूसरे सत्र में कार्य डिजाइन की पुर्नकल्पना विषय पर ओरेकल के वीपी शाकुन खन्ना, एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया के डायरेक्टर एसके बोस, हैड एचआर सुजुकी आरएंडडी इंडिया मुस्सरत हुसैन शामिल रहे।
मॉडरेटर डेलोइट के पार्टनर मेहीनिश सिन्हा ने निभाई। तीसरे सत्र में ऑनलाइन-ऑफलाइन बैलेंस विषय पर डिप्टी सीएचआरओ केयर्न ऑयल एंड गैस नेहा सक्सेना शिनॉय, एचआर बिजनेस पार्टनर (फूड कैटेगरी एंड कमर्शियल) पैप्सीको आरती चंद्रा और ग्लोबल सीनियर डायरेक्टर-एचआर ओएलएक्स ग्रुप पूजा कपूर शामिल रहे। मॉडरेटर के तौर पर ग्रुर सीएचआरओ मेक माइ ट्रिप युवराज श्रीवास्तव शामिल हुए। चौथे सत्र में डिजिटल बदलाव का डेमोक्रेटिज़ेशन विषय पर वीपी एचआर एचसीएलटेक आर आनंद, डायरेक्टर नॉलेज एंड एडवाइजरी एंड बिजनेस हैड पीएसई सोसाइटी आशीष कौल, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर मार्केटिंग एंड एडनमिशंस एमआरईआई डॉ. गौरी भसीन ने विचार रखे। मॉडरेटर की भूमिका सोनी पिक्चर्स नेटवर्कस सीएचआरओ मोनू वाधवा ने निभाई। डॉ. संजय श्रीवास्तव, वाइस चांसलर, एमआरआईआईआरएस ने कहा, “मानव रचना हमेशा से ही औद्योगिक इकाईयों और एकेडमिया को साथ लेकर चलता है। एचआर राउंडटेबल का ये दूसरा संस्करण संस्थान के उद्द्श्यों को पूरा करने का प्रयास है, जोकि पूरी तरह सफल रहा है। समापन समारोह में पूर्व एमडी व सीईओ पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड डॉ. ए के बालयान ने विचार रखे। उन्होनें सभी पैनल डिस्कशन में सामने आए मुख्य बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। साथ ही सभी वक्ताओं और मॉडरेटर्स को उनकी उपस्थिति के लिए धन्यवाद दिया। एमआरआईआईआरएस के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल आरके आनंद ने सभी का आभार जताया।