अरविंद केजरीवाल का ‘रेवड़ी पर चर्चा’ अभियान
दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी (AAP ) संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को AAP के ‘रेवड़ी पर चर्चा’ अभियान की शुरुआत की।
उन्होंने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव सिर पर हैं। हम आज से ‘रेवड़ी पर चर्चा’ अभियान की शुरू करने जा रहे हैं। पूरी दिल्ली में 65 हजार मीटिंग की जाएंगी। हमारी सरकार की 6 मुफ्त की ‘रेवड़ियों’ वाला पर्चा बांटेंगे।
उन्होंने कहा- हमने दिल्ली में बहुत काम किया है। हमने दिल्ली के लोगों को 6 मुफ्त सुविधाएं ‘रेवाड़ियां’ दी हैं। हम दिल्ली के लोगों से पूछना चाहते हैं कि उन्हें ये ‘रेवाड़ियां’ चाहिए या नहीं चाहिए।
दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म हो रहा है। पिछला विधानसभा चुनाव फरवरी 2020 में हुआ था, जिसमें आम आदमी पार्टी ने पूर्ण बहुमत हासिल किया था और 70 में से 62 सीटें जीती थीं।
केंद्र के पास उतनी ही पवार जितनी हमारे पास
केजरीवाल ने कहा- AAP कार्यकर्ता वोटर्स से पूछेंगे कि पिछले 10 सालों में भाजपा ने दिल्ली के लिए क्या किया है। क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी आधा राज्य है, यहां केंद्र सरकार के पास उतनी ही शक्तियाँ हैं जितनी हमारे पास हैं।
भाजपा 20 राज्यों में सत्ता में है और एक भी राज्य में वे ये मुफ्त ‘रेवड़ियां’ नहीं देती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनका इरादा ये नहीं है। केवल AAP ही जानती है कि ये सुविधाएं कैसे दी जाती हैं। भाजपा ने केवल दिल्ली सरकार के कामों को रोका है।
पीएम मोदी कई बार बोल चुके हैं कि केजरीवाल मुफ्त की ‘रेवड़ी’ दे रहा है, ये बंद होनी चाहिए। हम कहते हैं कि हां हम ये मुफ्त की ‘रेवड़ी’ दे रहे हैं।
शाह और हरदीप पुरी ने झूठे वादे किए
केजरीवाल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और हरदीप पुरी ने पिछले चुनाव में पूर्वांचली समुदाय से झूठे वादे किए। उन्होंने अनऑथराइज्ड कॉलोनियों के लिए रजिस्ट्रेशन का वादा किया था। लेकिन पांच साल में एक भी रजिस्ट्रेशन पूरा नहीं किया। इसके उलट हमने पूर्वांचल के निवासियों के जीवन को सम्मान दिया है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव- AAP की पहली लिस्ट जारी: 11 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान
21 नवंबर को AAP ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 11 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। इनमें से छह नेता ऐसे हैं, जो BJP या कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए हैं। ब्रह्म सिंह तंवर, बीबी त्यागी और अनिल झा ने हाल ही में BJP छोड़ी थी। वहीं जुबैर चौधरी, वीर सिंह धींगान और सुमेश शौकीन कांग्रेस से आप में आए।