जूनियर रेडक्रॉस शिविर के दूसरे दिन जूनियर्स को अनेकों विषय पर किया गया जागरूक

फरीदाबाद: फरीदाबाद, 22 अक्टूबर। उपायुक्त एवम अध्यक्ष ज़िला रैड क्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद विक्रम सिंह के निर्देशानुसार एवं सचिव श्री विजेंद्र सौरोत के मार्गदर्शन में जिला स्तरीय जूनियर रेड क्रॉस प्रशिक्षण 21 अक्टूबर से 25 अक्टूबर 2024 तक राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन आई टी 5 फरीदाबाद के प्रांगण में चल रहे जूनियर रेडक्रॉस प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन का आरंभ रेडक्रॉस प्रार्थना व रेडक्रॉस झंडा गीत के साथ शुरू हुआ।

प्रवक्ता मीनू कौशल के द्वारा सी पी आर से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि सीपीआर का मतलब है कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन। यह भी एक तरह की प्राथमिक चिकित्सा यानी फर्स्ट एड है। जब कोई व्यक्ति सांस न ले पा रहा हो और  बेहोश हो जाए तो सीपीआर से उसकी जान बचाई जा सकती है। हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा पड़ने पर तो सबसे पहले और समय पर सीपीआर दे दिया जाय तो पीड़ित की जान बचाने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। सीपीआर में दबाव और कृत्रिम सांस का एक खास अनुपात होता है। 30 बार छाती पर दबाव बनाया जाता है तो दो बार कृत्रिम साँस दी जाती है। ये प्रक्रिया तब तक चलने देनी है जब तक पीड़ित खुद से सांस न लेने लगे।

भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी हरियाणा राज्य स्वैच्छिक रक्तदान उप समिति के सदस्य मनोज बंसल द्वारा रक्तदान करने के बारे में जागरूक किया उनके द्वारा बताया गया कि रक्तदान से शरीर में किसी भी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती है। प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान से किसी व्यक्ति की जान बच सकती है।

रेडक्रॉस नशा मुक्ति केंद्र के परियोजना निदेशक व परामर्शदाता धर्मेंद्र के द्वारा नशा करने के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। उनके द्वारा बताया गया कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग एक लत है जो नशे की लत वाली दवाओं के बार-बार उपयोग से होती है।

शिविर निदेशक एम सी धीमान ने दूसरे दिन के शिविर का समापन पेंटिंग प्रतियोगिता के साथ किया गया। सभी विद्यार्थियों ने पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लिया।

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