शारदा राठौर का चुनावी अभियान बना जन आंदोलन, कोई प्रतिद्वंदी दौड़ में नहीं

बल्लभगढ़, 5 अक्टूबर 2024: निर्दलीय उम्मीदवार कुमारी शारदा राठौर का चुनावी अभियान हर दिन नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है। उन्हें जिस तरह से जनता का अपार समर्थन मिल रहा है, उसने साफ कर दिया है कि इस चुनाव में वे सबसे मजबूत और अजेय उम्मीदवार के रूप में उभर रही हैं। उनका चुनाव चिह्न “गैस सिलेंडर” अब हर घर की चर्चा का विषय बन चुका है, और लोग उनके समर्थन में उमड़ते जा रहे हैं।

शारदा राठौर को जनता से इतना भरपूर समर्थन मिल रहा है कि उनके स्वागत में हर गली-मोहल्ले में फूलों की वर्षा हो रही है और मालाओं से उनका अभिनंदन किया जा रहा है। दो बार की विधायक रह चुकी राठौर को जनता का जबरदस्त समर्थन मिलता रहा है, और उनके पिछले कार्यकाल में किए गए कार्यों को आज भी लोग सराहते हैं। मेट्रो का विस्तार हो या IMT (इंडस्ट्रियल मॉडल टाउन) के जरिए नौकरी के अवसर, मीठे पानी के बूस्टर हों या सीवरेज सिस्टम का निर्माण—राठौर के कार्यकाल को लोग विकास का प्रतीक मानते हैं।

हालांकि, कांग्रेस द्वारा उन्हें टिकट न देना एक बड़ी गलती साबित हो रही है, क्योंकि जनता उनके साथ मजबूती से खड़ी है। बल्लभगढ़ में पिछले 10 वर्षों की बीजेपी सरकार की विफलताओं से लोग त्रस्त हैं—महंगाई, बेरोजगारी, खारे पानी की समस्या, और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार की अनदेखी से जनता में गहरी नाराजगी है।

अपराध दर बढ़ रही है, और साफ-सफाई की स्थिति बदतर हो चुकी है। भ्रष्टाचार के आरोपों और गंदगी के अंबार के बीच, बल्लभगढ़ के लोग अब एक परिवर्तन की उम्मीद कर रहे हैं। ऐसे में शारदा राठौर का चुनावी अभियान एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है। उनके आगे अन्य सभी उम्मीदवारों की मौजूदगी बेमानी नजर आ रही है, और उनकी जीत को लेकर लोगों में भारी उत्साह है।

राठौर के प्रति जनता का यह अभूतपूर्व समर्थन इस बात का प्रमाण है कि वे बल्लभगढ़ के भविष्य को सुरक्षित और प्रगतिशील दिशा में ले जाने वाली नेता हैं।

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