पेटीएम ने अपने मुख्य भुगतान कारोबार का दायरा बढ़ाया, कर पश्चात लाभ (PAT) में वृद्धि का रखा लक्ष्य
पेटीएम, जो भारत की प्रमुख भुगतान और वित्तीय सेवा कंपनी है, ने गुरूवार को हुई अपनी 24वीं वार्षिक आम सभा (एजीएम) में कर पश्चात लाभ (PAT) बढ़ाने का आश्वासन दिया है। कंपनी ने कहा है कि वह सभी नियमों का पालन करेगी और अपने मुख्य काम पर फोकस करेगी। श्री शर्मा ने कहा, “हम अपने मुख्य भुगतान कारोबार (कोर पेमेंट्स बिजनेस) पर पूरा ध्यान दे रहे हैं और जल्द ही कर पश्चात लाभ (PAT) में और अधिक मुनाफा कमाने का लक्ष्य रखा है।”
एजीएम में, पेटीएम के फाउंडर एवं सीईओ विजय शेखर शर्मा ने भारत की डिजिटल भुगतान क्रांति में पेटीएम की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने खासतौर से क्यूआर कोड एवं साउंडबॉक्स जैसे अपने प्रमुख उत्पादों से लाए जाने वाले बदलाव पर रौशनी डाली। उन्होंने कहा, ‘’हम भारतीय व्यावसायों एवं छोटे कारोबारियों के लिए हमेशा विश्वस्तरीय प्रोडक्ट बनाने के लिए तत्पर रहते हैं, हमने वैश्विक मानदंड स्थापित किये हैं। आज हमारा कारोबार ऐसा बन चुका है जिसे दुनिया भर में दोहराने की कोशिश की जा रही है।’’
फिनटेक में अग्रणी होने के नाते और भारत के लिए प्रोडक्ट बनाने की प्रतिबद्धता के साथ, श्री शर्मा ने कहा कि टीम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भी यही सफलता दोहराने के लिए तैयार है। हमारी टीम पहले ही सभी क्षेत्रों जैसेकि टेक्नोलॉजी, प्रोडक्ट, बिजनेस और ऑपरेशंस में एआई का उपयोग कर रही है।
पेटीएम ने अपने कारोबारियों की संख्या को बढ़ाने पर फोकस किया है, फिलहाल इसके द्वारा 40 मिलियन (4 करोड़) कारोबारियों को अपनी सेवाएं दी जा रही हैं। पेटीएम के प्रेसिडेंट एवं ग्रुप सीएफओ मधुर देवड़ा ने पेटीएम के आधा अरब भारतीयों को मुख्य धारा की अर्थव्यवस्था में लाने के मिशन पर जोर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी की वित्तीय स्थिति सुद़ढ़ है और इसने 8500 करोड़ रुपये के कैश बैलेंस के साथ एक मजबूत बैलेंस शीट बनाई है।