सांसद नवीन जिंदल ने किया कौशल पर मंथन
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का अवलोकन किया, मशीनों के बीच जाकर सांसद नवीन जिंदल पेशेवर उद्योगपति के रूप में नज़र आए -संस्थापक कुलपति डॉ. राज नेहरू के कौशल शिक्षा के मॉडल को सराहा, विद्यार्थियों को किया करियर बनाने को प्रेरित
फरीदाबाद। कुरुक्षेत्र के सांसद एवं प्रसिद्ध उद्योगपति नवीन जिंदल ने बुधवार को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का दौरा किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति डॉ. राज नेहरू द्वारा बनाए गए उच्च शिक्षा में कौशल के मॉडल का अध्ययन किया और कौशल के उभरते आयामों पर विचार-विमर्श भी किया। लैब में आधुनिक मशीनों के बीच जाकर सांसद नवीन जिंदल पेशेवर उद्योगपति के रूप में नज़र आए और उन्होंने मशीनों की दोहरी उपयोगिता सहित कई अहम सुझाव भी दिए।
इससे पूर्व विश्वविद्यालय परिसर में बनी हेलीपैड पर कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा और अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने सांसद नवीन जिंदल का भव्य स्वागत किया। तक्षशिला भवन में पहुंचने पर उनका बंचारी के नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया।
कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा की उपस्थिति में उन्होंने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के अधिष्ठताओं और विभागाध्यक्षों के साथ कौशल के विविध आयामों पर चर्चा की। अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने उनके समक्ष कौशल विश्वविद्यालय के प्रारूप पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। सांसद नवीन जिंदल ने सभी अधिष्ठताओं और विभागाध्यक्षों के साथ कौशल के विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार की संभावनाओं पर खुल कर चर्चा की। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कौशल शिक्षा बहुत जरूरी है।
सांसद नवीन जिंदल ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति डॉ. राज नेहरू के कौशल शिक्षा के मॉडल की सराहना की। उन्होंने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का अवलोकन भी किया और यहां पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों से बातचीत कर उन्हें करियर में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। सांसद नवीन जिंदल ने विद्यार्थियों से कहा कि आप देश की सबसे अच्छी स्किल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हो। उन्होंने एनआईआरएफ में देश में दूसरा रैंक हासिल करने पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा को बधाई दी। उन्होंने लैब में मशीनों के बारे में बारीकी से जानकारी ली और कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। सांसद नवीन जिंदल ने विश्वविद्यालय के एग्रीकल्चर फार्म में पौधारोपण किया और प्राकृतिक खेती के मॉडल को बढ़ावा देने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने स्मृति चिन्ह देकर सांसद नवीन जिंदल को सम्मानित किया। इस अवसर पर डीन प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव, प्रोफेसर सुरेश कुमार, प्रोफेसर ऊषा बत्रा, प्रोफेसर जॉय कुरियाकोजे, प्रोफेसर कुलवंत सिंह, उप कुलसचिव डॉ. ललित शर्मा, संयुक्त निदेशक नीति अरोड़ा, डॉ. श्रुति गुप्ता, डॉ. सविता शर्मा, डॉ. पिंकी शर्मा, डॉ. संजय राठौर, डॉ. मनी कंवर सिंह, डॉ. विकास भदौरिया, प्राचार्य डॉ. जलबीर सिंह, डॉ. हरीश कुमार, एसडीओ धीरज कंबोज, प्रवीण आर्य, नीरज पाराशर के अलावा स्टाफ के काफी सदस्य उपस्थित थे।