इंडियन टेलीकॉम सर्विस के अधिकारियों ने किया श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का भ्रमण
फरीदाबाद। इंडियन टेलीकॉम सर्विस के अधिकारियों ने शुक्रवार को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का भ्रमण किया। उन्होंने कौशल विकास के लिए उच्च शिक्षा के मॉडल का अध्ययन किया। आईटीएस अधिकारियों ने इनोवेटिव स्किल स्कूल और विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का भी अवलोकन किया। हरियाणा इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के तत्वावधान में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के तक्षशिला भवन में इंडियन टेलीकॉम सर्विस के अधिकारियों का स्वागत किया गया।
अधिकारियों के दल के साथ कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा और अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने भी विविध आयामों पर मंत्रणा की। आईटीएस के अधिकारियों को संबोधित करते हुए शिक्षा शास्त्र के अधिष्ठाता प्रोफेसर ऋषिपाल ने कहा कि देश के विकास में कौशल की सबसे बड़ी भूमिका है। उन्होंने टेलीकॉम अधिकारियों को स्किलिंग, री स्किलिंग और अप स्किलिंग की अवधारणा से अवगत करवाया। प्रोफेसर ऋषिपाल ने तकनीक में आ रहे बदलावों और इंटेलिजेंस के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
डिप्टी डायरेक्टर डॉ. वैशाली माहेश्वरी ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के मॉडल पर प्रभावी प्रस्तुति दी। उन्होंने कौशल शिक्षा की दोहरी प्रणाली और ऑन द जॉब ट्रेनिंग के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. वैशाली माहेश्वरी ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय स्किल एजुकेशन का एक यूनिक मॉडल है।
इस अवसर पर सहायक उप निदेशक विनोद, हिपा की फैकल्टी ट्रेनिंग कोऑर्डिनेटर सुनैना, भारद्वाज, गरिमा गोयल, वर्तिका कुशवाहा, विष्णु प्रिया, विशाल शाह, नेहा भारती और कोसे सुभा साई सहित कई अधिकारी उपस्थित थे