सेक्टर 3 में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मजदूर बुरी तरह झुलसा,सफदरजंग हॉस्पिटल रेफर

- हादसे से पड़ोसियों के जले बिजली उपकरण, लाखों का नुकसान

फरीदाबाद। सेक्टर-3 में शुक्रवार को हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से एक मजदूर बुरी तरह झुलस गया। जिसको सर्वोदय अस्पताल में ले जाया गया। गंभीर हालत को देखते हुए उसे दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया। इससे पहले भी सेक्टर 3 गुरुग्राम कैनाल के साथ बने मकानों में काम करते हुए करीब एक दर्जन नागरिक हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौत के मुंह में जा चुके हैं।

सेक्टर 3 रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के प्रधान सुभाष लांबा व सचिव रतनलाल राणा मौके पर पहुंचे और उन्होंने इसके लिए पुरी तरह से हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि फेडरेशन के लंबे संघर्ष के बाद एचएसवीपी ने लाइन शिफ्ट करने के लिए मार्च,2022 में एचवीपीएन को 42 लाख रुपए जमा कराए थे। लेकिन माननीय मंत्री व फेडरेशन के लगातार प्रयासों के बावजूद लाइन शिफ्ट नहीं की गई। जिससे यह हादसा हो गया। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी इस हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से करीब एक दर्जन निर्दोष नागरिक मौत के मुंह में जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर नागरिकों में भारी आक्रोश है और रविवार को इस घटना को लेकर रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन की मीटिंग बुलाई गई है। जिसमें आगामी कार्यवाही पर फैसला लिया जाएगा।

झुलसे मजदूर का नाम सिंटू बताया जा रहा है। वह भाटिया कॉलोनी बल्लभगढ़ का रहने वाला है। वह यहां मकान नंबर 503 में फाल सिलिंग व पीओपी के काम की पैमाइश करने आया था। पैमाइश करते समय वह 66 केवी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया और उसके शरीर में आग लग गई। जिसको तुरंत अस्पताल में ले जाया गया। रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के प्रधान लांबा ने बताया कि हादसा इतना तेज था कि इसके साथ ही आसपास मकान नंबर 501,502,504 व 505 के इलेक्ट्रिकल व इलेक्ट्रॉनिक्स के लाखों के उपकरण भी जल कर राख हो गए। पहले भी इसी प्रकार हादसों में नागरिकों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ा है।

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