अमीपुर निवासियों ने विधायक राजेश नागर से की राहत की मांग
गांव सिढौला में चल रही पैमाइश से अमीपुर रहबासियों पर उजडऩे का खतरा बढ़ा
फरीदाबाद। तिगांव विधानसभा क्षेत्र में आने वाले गांव सिढौला में रिहायशी, पंचायती व अन्य जमीनों की पैमाइश का काम शुरू हुआ तो यहां पंचायत की जमीन पर 100 से अधिक वर्षों से रह रहे अमीपुर के रहबासियों पर उजडऩे का खतरा बढ़ गया है। जिससे राहत की मांग को लेकर यह लोग विधायक राजेश नागर के पास पहुंचे और सरकार से राहत दिलाने की मांग की।
गांव अमीपुर की सरदारी ने विधायक राजेश नागर को बताया कि वह लोग कई पीढिय़ों से देश की आजादी से पूर्व से यहां गांव सिढौला में रहते हैं। उनके गांव यमुना के कटाव में आने के बाद अंग्रेज प्रशासन ने उनके यहां रहने की व्यवस्था की थी लेकिन अब गांव सिढौला की जमीनों की पैमाइश के बाद उनके उजडऩे की आशंका बढ़ रही है। जिसे दूर करवाया जाए।
इस पर विधायक राजेश नागर ने कहा कि वह इस मसले को लेकर पहले से सजग हैं और पहले भी इस बारे में सरकार के मुखिया से बात कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि वह अंग्रेजी शासन के समय से ही यमुना कटाव में बह चुके गांवों के इस मामले की जानकारी रखते हैं और इसे सुलझवाने के लिए भी सजग हैं। नागर ने कहा कि उनका पूरा प्रयास होगा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के सामने इस बात को पुन: रखकर सभी को राहत दिलवाएं। नागर ने कहा कि भाजपा सरकार सभी को घर, काम, स्वास्थ्य सुविधा और सुरक्षा दिलाने की दिशा में सक्रियता से काम कर रही है। मैं अधिकतम संभव प्रयास करूंगा।
इस अवसर पर देविंद्र पाल सरपंच, वेदपाल सरपंच, धर्मवीर सरपंच, सुभाष सरपंच, तेजी प्रधान, नन्दू पंडित, संदीप भाटी पार्षद, सुनील भाटी चेयरमैन, प्रकाश भाटी, जयचंद हवलदार, मवासी, राजेंद्र बाठला, बीर सिंह भाटी, रमेश नागर, छत्तरपाल बीडीसी, दिनेश भाटी व अन्य प्रमुख व्यक्ति मौजूद रहे।