हरियाणा में नायब सैनी मंत्रिमंडल का विस्तार, सीमा त्रिखा समेत आठ नए चेहरों को मिली जगह
चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण करने के बाद सात दिन बाद सीएम नायब सैनी ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। इसमें नए मंत्रियों को शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अपने मंत्रिमंडल में आठ मंत्रियों को शामिल किया है। इनमें एक महिला विधायक को जगह मिली है। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मंत्रिमंडल के सदस्यों को पद एंव गोपनीयता की शपथ दिलवाई। नायब सैनी ने 12 मार्च को हरियाणा के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की थी। तब उनके साथ पांच अन्य मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की थी। इनमें कंवरपाल गुज्जर, मूलचंद शर्मा, रणजीत सिंह, जेपी दलाल, डॉ. बनवारी लाल का नाम शामिल था। ये सभी पिछली मनोहर लाल सरकार में भी मंत्री थे। हरियाणा मंत्रिमंडल में अधिकतम मंत्रियों की संख्या 13 हो सकती है। नायब सैनी मंत्रिमंडल में डॉ. कमल गुप्ता को छोड़कर बाकी सात पहली बार मंत्री बने हैं। कमल गुप्ता पहले हरियाणा के यूएलबी मिनिस्टर रह चुके हैं। मंत्रिमंडल में गुरुग्राम और फरीदाबाद को भी प्रतिनिधित्व मिला है। डॉ. कमल गुप्ता कैबिनेट मंत्री बने हैं। ऐसे में नायब सैनी सरकार में छह कैबिनेट मंत्री और सात राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं।
संस्कृत भाषा में ली शपथ
मंत्रिमंडल विस्तार में सबसे पहले डॉ. कमल गुप्ता ने शपथ ली। उन्होंने ईश्वर को साक्षी मानकर संस्कृत भाषा में शपथ ली। डॉ. कमल गुप्ता के बाद फरीदाबाद से विधायक सीमा त्रिखा ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर पर शपथ ग्रहण की। सीमा त्रिखा फरीदाबाद जिले की बडखल से विधायक हैं। इसके बाद पानीपत ग्रामीण से बीजेपी के विधायक महिपाल ढांडा ने शपथ ग्रहण की। उन्हें भी राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है। इसके बाद अंबाला सिटी से विधायक असीम गोयल ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर पर शपथ ग्रहण की। इसके बाद नांगल चौधरी विधानसभा से बीजेपी के विधायक अभे सिंह यादव ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर पर शपथ ग्रहण की। अभे सिंह यादव के बाद सुभाष सुधा ने हरियाणा सरकार के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर पर शपथ ग्रहण की। वे थानेसर से बीजेपी के विधायक हैं।
नायब सैनी मंत्रिमंडल के विस्तार में विशंभर सिंह बाल्मीकि को भी मंत्री बनने का मौका मिला है। वह हरियाणा की बवानीखेड़ा से बीजेपी के विधायक हैं। मंत्रिमंडल में फरीदाबाद को जहां दो मंत्री मिले हैं तो वहीं दूसरी गुरुग्राम को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिला है। सोहना से पहली बार जीते संजय सिंह को राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर पर शामिल किया गया है। नायब सैनी मंत्रिमंडल के विस्तार में पूर्व गृह मंत्री अनिल विज को जगह नहीं मिली है। मनोहर लाल सरकार के दोनों कार्यकाल में अनिल विज कैबिनेट मंत्री रहे थे। पूर्व में उनके नाराज होने की बात सामने आई थी। विज ने यह भी कहा था कि उनसे किसी ने बात नहीं की है। विज अंबाला कैंट से विधायक हैं। उनकी गिनती पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में होती है।