आदर्श आचार संहिता के तुरंत बाद सैक्टर आफिसर्स अपने अपने क्षेत्र के बूथों का जरूर करें निरीक्षण
बल्लभगढ़, 16मार्च। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी विक्रम सिंह के दिशा-निर्देश पर भारत निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुसार बल्लभगढ़ विधान सभा क्षेत्र के एआरओ कम एसडीएम त्रिलोक चंद की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में आगामी 18वीं लोकसभा चुनाव-2024 की तैयारियों को लेकर विधानसभा स्तरीय एफएसटी और एसएसटी टीमों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
एसडीएम त्रिलोक चंद ने सेक्टर आफिसर्स को 18वीं लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए भारत निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुसार चुनाव को फ्री एण्ड फेयर करवाने के लिए टिप्स देते हुए कहा कि सेक्टर आफिसर्स अपने अपने क्षेत्र के बूथों का जरूर निरीक्षण करें।
वहीं संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों की पूरी जानकारी से अपडेट रहे। इन बूथों के आस पास के लोगों से सम्पर्क कर सकते हैं। वहीं बूथों पर बिजली, पानी, बाथरूम, रैम्प सहित अन्य जरुरी सुविधाएं सुनिश्चित हो।
एसडीएम त्रिलोक चंद ने कार्यशाला में आचार संहिता लागू होने के तुरंत बाद क्रियान्वित हो जाने वाले एप सीवीजील, एसएमएस और एनकोर एप से संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई। वहीं उन्होंने कार्यशाला में बल्लबगढ विधानसभा क्षेत्र की एफएसटी और एसएसटी टीमों को आचार संहिता लगने के बाद चुनाव से संबंधित एप के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि एफएसटी और एसएसटी टीमों को सीवीजील, एसएमएस और एनकोर एप के बारे में बताया कि ये एप आदर्श आचार संहिता लगने के तुरंत बाद ही एक्टिव हो जाते हैं। यह एप आचार संहिता का किसी भी तरह से उल्लघन न हो इस पर नजर रखते हैं।
इन एपों के माध्यम से कोई भी नागरिक आदर्श संहिता का उंल्लघन होने की शिकायत दर्ज करा सकता है, जिस पर उस शिकायत का 100 मिनट में एफएसटी व एसएसटी टीमों द्वारा समाधान कर दिया जाता है। इन एपों के माध्यम से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को ऑनलाईन माध्यम से किसी भी तरह की प्रमीशन तथा एनओसी भी दी जाती है। उन्होंने बताया कि इन टीमों द्वारा सड़क मार्गो पर लगाए जाने वाले नाकों पर भी आचार संहिता का उल्लघन ना हो इस बारे भी जरूरी जानकारी दी गई। इसके अलावा उन्होंने चुनाव संबंधी विभिन्न जानकारियाँ देते हुए इन एपों सहित सभी विचारणीय पहलुओं की विस्तार से जानकारी दी तथा चुनाव आचार सहिता से जुड़े विभिन्न बिंदुओं की विस्तृत जानकारी दी। कार्यशाला के दौरान विभिन्न सवालों व शंकाओं के जवाब भी दिए गए।