डीसीपी सेन्ट्रल जसलीन कौर ने गांव अजरोंदा में स्वास्थय विभाग व समाजिक संस्थाओ के साथ मिलकर लोगो को नशे के दुष्परिणाम के संबंध में किया जागरुक
फरीदाबाद। डीसीपी सेन्ट्रल जसलीन कौर ने स्वास्थय विभाग व समाजिक संस्थाओ के साथ मिलकर गांव अजरोंदा में आमजन को नशे के खिलाफ जागरूक करने, उसके दुष्परिणाम बताने व नशे के आदी लोगों को नशा छोडने के लिए प्रेरित किया है। जागरुकता प्रोग्राम थाना सेन्ट्रल प्रभारी निरीक्षक रणवीर सिंह, पुलिस चौकी सेक्टर-15, पुलिस चौकी सेक्टर-15ए व पुलिस चौकी सेक्टर-14 इंचार्ज डा० तफीम कवँर सीनियर प्रोफसर एव फिजिशियन अल फला कॉलेज धौज, श्रीमती अनुकमा भाटी सोशल वर्कर बी के अस्पताल, श्रीमती ममता चौधरी नर्सीग ऑफिसर, बी के अस्पताल, प्रेमपाल प्रोजक्ट मैनेजर, मीनु आउट रिच वर्कर, वंदना आउट रिच वर्कर, शिमरण आउट वर्कर, रूपाली आउट रिच वर्कर व गंगा फाउंडेशन ने हिस्सा लिया है।
पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने स्वास्थय विभाग व समाजिक संस्थाओ की सहायता से अजरोंदा गांव में नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए एक परार्मश कैम्प का आयोजन किया गया। कैंप में करीब 150 नशे की गिरफ्त में आए व्यक्तियों कि पहचान करने नशे की लत वाले लोगो को व आम लोगो को नशे के खिलाफ व नशे के दुष्परिणाम के संबंध में जागरूक किया है।डीसीपी सेंट्रल जसलीन कौर ने कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले सभी व्यक्तियों को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध करवाई गई नशा न करने बारे बतलाया गया तथा नशे से ग्रस्त व्यक्तियो की मनोवैज्ञानिक तरीके से काउंसलिंग की गई, युवाओं को नशा न करने बारे सलाह दी गई पैम्पलेट वितरित किये गये जो नशा बेचता या पिलाता है ऐसे व्यक्तियों की गतिविधियो के बारे में पुलिस को सूचित करें।
उन्होने वहां मौजूद लोगो को जागरूक करते हुए बताया कि व्यक्ति का व्यक्तिगत नाश करने के अलावा उसके परिवारजनों पर भी दुष्प्रभाव छोडता है। नशा व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक व आर्थिक तौर पर बर्बाद कर देता है। इसलिए हम सभी को मिलकर नशे के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना होगा और लोगों को नशा छोडने के लिए प्रेरित करना होगा। अगर उनके क्षेत्र में कोई व्यक्ति नशा बेचता है, नशा करता है या नशे के संबंध में अन्य किसी भी प्रकार की जानकारी तो वह व्यक्ति उसके बारे में जानकारी तुरंत पुलिस के टोल फ्री नम्बर 9050891508 व डायल 112 पर दे सकता है। सही सूचना के आधार पर आरोपियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी और सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाएगी।