गांव अमीपुर की सरदारी ने विधायक राजेश नागर को किया सम्मानित
फरीदाबाद, 08 फरवरी। तिगांव विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक राजेश नागर का गांव अमीपुर में जोरदार स्वागत कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर गांव की सरदारी ने बताया कि नागर ने विधानसभा में उनकी बड़ी समस्या को रखकर उनकी बड़ी मदद की है। जिससे वह बड़े प्रसन्न हैं। गांव अमीपुर पहुंचे विधायक राजेश नागर का स्थानीय जनता ने जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर राजेश नागर ने कहा कि मैं अपने पूरे तिगांव विधानसभा क्षेत्र को सर्वोच्च स्थान पर देखने के लिए काम कर रहा हूं।
जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हमेशा ही मुझे अपना आशीर्वाद दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र की सभी मांगों को वह पूरा करते हैं। इसके लिए वह हमेशा ही तैयार दिखते हैं। यही कारण है कि हमारे तिगांव विधानसभा क्षेत्र में आज भी करोड़ों रुपयों के विकास कार्य हो रहे हैं। नागर ने कहा कि वह सभी की मांगों और शिकायतों पर प्राथमिकता के आधार पर काम करते हैं। वह आज भी तुरंत की समस्याओं को तुरंत ही निपटाने में यकीन रखते हैं।
हालांकि जिन योजनाओं के लिए टेंडर आदि की व्यवस्था होती है, उसमें उतना समय लगना लाजिमी होता है। गौरतलब है कि वर्तमान में तिगांव विधानसभा क्षेत्र में आने वाले गांवों अमीपुर, अरुआ, शाहजहांपुर और इमामुद्दीनपुर 1927 में यमुना नदी में बह गए थे। तत्कालीन कमिश्नर एसएस बे्रन ने उनको देह शामलात में बसा दिया था, तभी से वह वहां रह रहे हैं लेकिन उनको कभी भी नोटिस आ जाते हैं, उन्हें कोई पॉलिसी बनाकर राहत दी जाए।
विधायक राजेश नागर ने इन गांवों को देह शामलात से निकालकर स्थाई राहत देने की सरकार से मांग की थी। जिस पर ग्रामीणों ने उन्हें अपने गांव अमीपुर में बुलाकर सम्मानित किया और ढोल नगाड़ों के साथ फूलमालाओं से विधायक को मान सम्मान दिया।
इस अवसर पर विधायक नागर ने कहा कि मुझे आप लोगों ने मुझे चुनकर विधानसभा भेजा है। इसलिए मैं हमेशा आपकी आवाज बना रहूंगा और आपके सुख-दुख में हमेशा साथ रहूंगा। इस अवसर पर भाजपा तिगांव विस प्रभारी प्रकाश भाटी, जिला पार्षद संदीप भाटी, सरपंच सुभाष भाटी, वीर सिंह भाटी, धर्मवीर सरपंच, सुनील भाटी पूर्व चेयरमैन, छत्तरपाल भाटी ब्लॉक समिति मैम्बर, तेजी प्रधान, शिब्बी भाटी, दिनेश भाटी, परमा भाटी, विनोद भाटी, रामचंद मैम्बर, जगदीश भाटी, मवासी भाटी, सिंह राज भाटी, ओमी भाटी, राजेन्द्र भाटी, तेहपाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।