उधार के पैसे वापिस लेने के लिए तानी थी लाइसेंसी पिस्टल, क्राइम ब्रांच 48 ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल,
आरोपियों के कब्जे से 1 रिवाल्वर, 1 पाइपगन, 4 जिंदा कारतूस व वारदात में प्रयोग इनोवा गाड़ी की बरामद,
फरीदाबाद: डीसीपी क्राइम हेमेंद्र कुमार मीणा द्वारा आपराधिक वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए अपराधियों की धरपकड़ के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच 48 प्रभारी जगबीर सिंह की टीम ने तीन आरोपियों को उधार के पैसे वापिस लेने के लिए धमकाने व हथियार का उपयोग करने के मामले में गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पवन, नवीत तथा विकास उर्फ विक्की का नाम शामिल है। आरोपी पवन तथा नवीत चचेरे भाई हैं और विकास उनका भांजा है। आरोपी पवन फरीदाबाद के एसजीएम नगर, आरोपी नवीत रोहतक के गांव झरोट तथा आरोपी विकास दिल्ली के नांगलोई में रहता था। इस संबंध में दिनांक 28 जनवरी को एनआईटी थाने में शिकायतकर्ता हेमंत ने दी अपनी शिकायत में बताया कि उसकी पवन के साथ काफी सालों से जान पहचान है और वह उसके साथ पैसों का लेनदेन करता रहता है। हेमंत ने बताया कि उसने लगभग 2 साल पहले करीब 3 लाख रुपए पवन से उधार लिए थे और उसके बाद भी उसका पैसों का लेनदेन चलता रहा था। उसने बताया कि 27/28 जनवरी की रात करीब 2 बजे आरोपी पवन और उसके चाचा का लड़का नवीत तथा उनका भांजा विकास तीनों इनोवा गाड़ी में उनके घर आए और घर के अंदर घुसकर पैसे मांगने लगे और अपने हाथ में ली हुई रिवाल्वर और शॉट गन उनके ऊपर तान दी तथा धमकी देते हुए पैसों की मांग करने लगे। जिसपर हेमंत के परिजनों ने उन्हें थोड़ा समय देने की मोहलत देने के लिए कहा। धमकी देकर आरोपी वहां से चले गए। पीड़ित की शिकायत के आधार पर थाने में मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश की गई। जिसमें क्राइम ब्रांच की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 30 जनवरी को आरोपी पवन तथा विकास को एसजीएम नगर से गिरफ्तार कर लिया और उन्हें अदालत में पेश करके दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपियों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर कल आरोपी नवीत को रोहतक से गिरफ्तार किया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी नवीत अपराधिक किस्म का व्यक्ति है। जिसके खिलाफ हत्या, लड़ाई-झगड़ा व आर्म्स एक्ट इत्यादि धाराओं के 15 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी के कब्जे से लाइसेंसी पिस्टल, लाइसेंसी शॉटगन, 4 जिंदा कारतूस तथा वारदात में प्रयोग इनोवा गाड़ी बरामद की गई। आरोपी नवीत ने यह लाइसेंस अपने आपसी झगड़ों के चलते बनवाया था। जिसका उसने दुरुपयोग किया। जिस पर पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार किया गया है। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पवन, नवीत तथा विकास उर्फ विक्की का नाम शामिल है। आरोपी पवन तथा नवीत चचेरे भाई हैं और विकास उनका भांजा है। आरोपी पवन फरीदाबाद के एसजीएम नगर, आरोपी नवीत रोहतक के गांव झरोट तथा आरोपी विकास दिल्ली के नांगलोई में रहता था। इस संबंध में दिनांक 28 जनवरी को एनआईटी थाने में शिकायतकर्ता हेमंत ने दी अपनी शिकायत में बताया कि उसकी पवन के साथ काफी सालों से जान पहचान है और वह उसके साथ पैसों का लेनदेन करता रहता है। हेमंत ने बताया कि उसने लगभग 2 साल पहले करीब 3 लाख रुपए पवन से उधार लिए थे और उसके बाद भी उसका पैसों का लेनदेन चलता रहा था। उसने बताया कि 27/28 जनवरी की रात करीब 2 बजे आरोपी पवन और उसके चाचा का लड़का नवीत तथा उनका भांजा विकास तीनों इनोवा गाड़ी में उनके घर आए और घर के अंदर घुसकर पैसे मांगने लगे और अपने हाथ में ली हुई रिवाल्वर और शॉट गन उनके ऊपर तान दी तथा धमकी देते हुए पैसों की मांग करने लगे। जिसपर हेमंत के परिजनों ने उन्हें थोड़ा समय देने की मोहलत देने के लिए कहा। धमकी देकर आरोपी वहां से चले गए। पीड़ित की शिकायत के आधार पर थाने में मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश की गई। जिसमें क्राइम ब्रांच की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 30 जनवरी को आरोपी पवन तथा विकास को एसजीएम नगर से गिरफ्तार कर लिया और उन्हें अदालत में पेश करके दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपियों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर कल आरोपी नवीत को रोहतक से गिरफ्तार किया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी नवीत अपराधिक किस्म का व्यक्ति है। जिसके खिलाफ हत्या, लड़ाई-झगड़ा व आर्म्स एक्ट इत्यादि धाराओं के 15 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी के कब्जे से लाइसेंसी पिस्टल, लाइसेंसी शॉटगन, 4 जिंदा कारतूस तथा वारदात में प्रयोग इनोवा गाड़ी बरामद की गई। आरोपी नवीत ने यह लाइसेंस अपने आपसी झगड़ों के चलते बनवाया था। जिसका उसने दुरुपयोग किया। जिस पर पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार किया गया है। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।