स्टॉक मार्केट में मोटा मुनाफा कमाने और आईपीओ निवेश के नाम पर आमजन से की जाने वाली साइबर ठगी से बचाव के संबंध में फरीदाबाद पुलिस की साइबर एडवाइजरी
फरीदाबाद, 29 जनवरी )। चाइनीज टास्क/टेलीग्राम के माध्यम से साइबर ठगी अब फर्जी स्टॉक ट्रेडिंग और आईपीओ निवेश फ्रॉड तक पहुंच रही है। आजकल साइबर अपराधी आमजन को शेयर मार्केट में मोटे मुनाफे का लालच देकर अपने चंगुल में फसाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए साइबर अपराधियों द्वारा फर्जी ऐप का उपयोग किया जाता है जिसमें वह दूसरे लोगों द्वारा कमाए गए फर्जी मुनाफे की फोटो दिखाकर व्यक्ति को लालच देते हैं। सामने वाला व्यक्ति भी एक झटके में ही मोटी कमाई के लालच में आकर अपनी सारी जमा पूंजी निवेश करने के लिए तैयार हो जाता है और इसी का फायदा उठाकर साइबर अपराधी उसके साथ ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं।
साइबर अपराधिय को द्वारा निम्न तरीके से भोले भाले लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनके साथ साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया जाता है:-
1:- सबसे पहले व्यक्ति को एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा जाता है
2:- इसके पश्चात उसे ग्रुप में सेबी/एसईसी द्वारा अनुमोदित स्टॉक ब्रोकर का नाम जैसे कि इंदिरा सिक्योरिटीज इत्यादि का नाम लेकर विश्वास में लिया जाता है।
3:- व्यक्ति को स्टॉक मार्केट के जरिए पैसा कमाना का लालच देकर उन्हें आईपीओ, विशेषकर एसएमई आईपीओ के आवंटन की पुष्टि का वादा किया गया है जैसे कि ओला इलेक्ट्रिक आदि।
4:- इसके पश्चात उसे व्यक्ति को एक फर्जी एप में यह दिखाया जाता है कि उन्हें आईपीओ अलॉट हो चुका है और और आईपीओ एलॉटमेंट के नाम पर उनसे और ज्यादा पैसों की मांग की जाती है
5:- साइबर अपराधियों द्वारा इस प्रकार अपने फर्जी खातों में पैसे ट्रांसफर करवा लिए जाते हैं जिसमें ज्यादातर इंडसइंड बैंक, पीएनबी, आईडीएफसी फर्स्ट, एयू बैंक के करंट अकाउंट शामिल है
साइबर अपराधियों द्वारा इस प्रकार लोगों को साइबर ठगी के जाल में फंसाकर एक करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की वारदात को अंजाम दिया जा चुका है। यही फर्जी खाते अन्य प्रकार की चाइनीज या टेलीग्राम या टास्क आधारित साइबर ठगी के मामलों में उपयोग किए जाते हैं।
पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने आमजन को इस प्रकार की साइबर ठगी से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि स्टॉक मार्केट में पैसा कमाने से पहले इसका अच्छी तरह से अध्ययन कर लें और ऐसे ही किसी सोशल मीडिया पर प्राप्त लालची ऑफर में आकर अपना पैसा नहीं गवाएं अन्यथा आपको भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। आप अपने साथियों को भी इस प्रकार होने वाली साइबर ठगी के बारे में जागरूक करें।