‘‘फुले’’ फिल्म की रिलीज रोके जाने के विरोध में राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन

फरीदाबाद। सावित्रीबाई फुले और ज्योतिबा फुले के जीवन पर आधारित बहुचर्चित फिल्म ‘फूले’ को सेंसर बोर्ड द्वारा 16 कट्स लगाने के बाद 11 अप्रैल को रिलीज होने से रोक लगा दी गई है। इसे लेकर वीरवार को महात्मा सावित्रीबाई फुले सेवा समिति फरीदाबाद के कार्यकर्ताओं ने जिला उपायुक्त विक्रम सिंह को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा।

संस्थापक सुरेन्द्र सैनी ने कहा कि फूले फिल्म को बिना कांट-छांट के जल्द रिलीज किया जाए। ताकि समाज में उनके आदर्श, उनके विचार, उनकी अच्छाइयों के बारे में सभी को जानकारी मिल सके। सुरेन्द्र सैनी ने कहा कि ज्योतिबा फुले की कहानी एक प्रेरणादायक उदाहरण है। 18वीं सदी में उन्होंने केवल 13 वर्ष की आयु से ही समाज के उत्थान के लिए जो कार्य किए वे अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने लड़कियों की शिक्षा के लिए स्कूल खोला। ज्योतिबा स्त्री शिक्षा के पुरजोर समर्थक रहे हैं।

उन्होंने लड़कियों को शिक्षा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ज्ञापन देते समय महात्मा सावित्रीबाई फुले सेवा समिति फरीदाबाद के संस्थापक सुरेन्द्र सैनी, लक्ष्मण शर्मा, राकेश सैनी, रविंद्र मौर्य, नरेन्द्र कुमार, आकाश, विशाल, संजीव कुशवाहा आदि मौजूद रहे।

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