यस मैडम ने गिग इकॉनमी में रचा इतिहास, बेस्ट परफॉर्मिंग सर्विस प्रोफेशनल्स से नहीं लिया जाएगा कोई कमीशन
इस सशक्तिकरण पहल का उद्देश्य रीता देवी जैसी टॉप सर्विस पार्टनर्स को सशक्त बनाना है, ताकि वे सम्मानजनक ढंग से अपनी आजीविका चला सकें और परिवार का संबल बन सके
भारत, 15 अप्रैल 2025: देश का सबसे भरोसेमंद एट-होम सैलून ब्रांड, यस मैडम, अब गिग इकॉनमी में एक ऐतिहासिक मिसाल कायम कर रहा है। यह उद्योग का पहला बूटस्ट्रैप्ड ब्रांड बन गया है, जिसने अपने बेस्ट परफॉर्मिंग सर्विस प्रोफेशनल्स के लिए 0% कमीशन मॉडल की शुरुआत की है।
इस ऐतिहासिक पहल की घोषणा कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ मयंक आर्य ने एक भावनात्मक लिंक्डइन पोस्ट के ज़रिए की। यह सिर्फ एक नीतिगत बदलाव नहीं, बल्कि उन लोगों को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता है जो इस ब्रांड की असली रीढ़ हैं।
इस फैसले का जन्म ताज पैलेस में आयोजित एक ‘ग्रैटिट्यूड लंच’ के दौरान हुआ, जहाँ सर्विस प्रोफेशनल्स ने अपने संघर्ष और सफलता की प्रेरणादायक कहानियाँ साझा कीं। माहौल इतना प्रेरक था कि कंपनी की लीडरशिप टीम ने उसी क्षण निर्णय लिया कि टॉप परफॉर्मर्स से अब कोई कमीशन नहीं लिया जाएगा। अब वे अपनी पूरी कमाई बिना किसी कटौती के प्राप्त करेंगे – न कोई झंझट, न कोई शर्त – सिर्फ़ सम्मान और न्याय।
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हालांकि यह फैसला अचानक आया प्रतीत होता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यस मैडम ने कमीशन दरों को क्रमशः 20% से घटाकर 15% और फिर 8% किया था। अब इस नई नीति के साथ कंपनी ने गिग इकॉनमी में सच्चे सशक्तिकरण, सम्मान और भरोसे की नई परिभाषा गढ़ दी है। बिना किसी बाहरी फंडिंग के बूटस्ट्रैप्ड कंपनी होते हुए भी यस मैडम ने यह साबित कर दिया है कि बड़ा बदलाव लाने के लिए पैसों से ज़्यादा इरादे की गहराई ज़रूरी है।
इस क्रांतिकारी बदलाव की प्रेरणा अमित सिंह, जो कि एक यस मैडम के काफी लम्बे समय से कस्टमर है, द्वारा साझा की गई एक लिंक्डइन पोस्ट से मिली, जिसमें ब्रांड की सर्विस पार्टनर रीता देवी की कहानी बताई गई थी। 18 वर्ष की उम्र में विवाह और 19 वर्ष में माँ बनने के बाद, उन्होंने अपने ब्यूटी पार्लर के सपनों को छोड़ परिवार की ज़िम्मेदारी संभाली। लेकिन जब उन्होंने यस मैडम से जुड़ने का फैसला किया, तो उनकी ज़िंदगी बदल गई। आज वे हर महीने करीब ₹70,000 कमाती हैं, अपनी चार बेटियों की पढ़ाई का ख़र्च उठाती हैं और अपने समुदाय में आदर और सम्मान प्राप्त कर रही हैं।
सीईओ मयंक आर्य ने कहा, “हम हमेशा मानते हैं कि हमारे सर्विस प्रोफेशनल्स ही यस मैडम की असली ताकत हैं। जब हमने उन्हें खुलकर बोलते सुना, तो यह स्पष्ट हो गया कि सच्चा समर्थन सिर्फ़ तालियों में नहीं, बल्कि आर्थिक स्वतंत्रता देने में है। 0% कमीशन हमारे लिए सिर्फ़ एक नीति नहीं, बल्कि उनके प्रति आदर प्रकट करने का तरीका है।”
को-फाउंडर और सीएमओ आकांक्षा विश्नोई ने कहा, “हमारे लिए लोगों को ‘सुनना’ एक जिम्मेदारी है और यहीं से असली बदलाव की शुरूआत होती है। ग्राहक हों, टीम हो या सर्विस पार्टनर्स – हर आवाज़ हमारे लिए मायने रखती है। 0% कमीशन मॉडल इसी सोच का नतीजा है। जब हम अपने टॉप परफॉर्मर्स को पूर्ण आर्थिक आज़ादी देते हैं, तो हम उनके कार्य को सराहते ही नहीं, बल्कि गिग इकॉनमी के लिए एक नई संवेदनशील और सशक्त मिसाल भी कायम करते हैं।