गजेंद्र फौगाट के गीतों पर खूब झूमें दर्शक
- सूरजकुंड मेला की बड़ी चौपाल पर - हरियाणवी कलाकार ने जमाया रंग - हरियाणवी के साथ-साथ हिंदी और पंजाबी गीतों की दी बेहतरीन प्रस्तुति
सूरजकुंड (फरीदाबाद)। 38वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में मंलगवार शाम को बड़ी चौपाल पर हरियाणवी कलाकार गजेंद्र फौगाट ने हरियाणवी, पंजाबी और हिंदी गीतों की प्रस्तुति से समा बांध दिया। गजेंद्र फौगाट द्वारा गाए बेहतरीन गीतों पर दर्शक अपने आपको झूमन से रोक नहीं पाए।
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हरियाणा पर्यटन निगम और कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में सूरजकूंड मेला परिसर में देश-विदेशों के कलाकारों द्वारा अपनी शानदार प्रस्तुतियों का दौर निरंतर जारी है। इसी कड़ी में बड़ी चौपाल के मंच से शाम के समय हरियाणवी कलाकार गजेंद्र फौगाट ने अपनी बेहतरीन आवाज से खूब रंग जमाया।
इससे पहले हरियाणवी गायक गजेंद्र फौगाट ने सूरजकुंड मेला परिसर में बेहतरीन व्यवस्थाओं के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी और पर्यटन मंत्री डा. अरविंद शर्मा का धन्यवाद किया। विख्यात कलाकार गजेंद्र फौगाट के द्वारा तन्ने कोन कहवे बहू काले की, बेबी मेरे बडे पर तुम क्या दिलवाओ गे, उड़ जईये रे कबूतर उड़ जईये रे, मेरा नौ दांडी का बिजणा आदि गीतों से हरियाणवी बोली से समा बांधा। वहीं यार तेरा चेतक पै चाले, होश न खबर है ये कैसा असर है, ये देश है वीर जवानों का आदि पंजाबी और हिंदी गीतों पर भी दर्शक अपने आपको झूमने से रोक नहीं पाए। इस अवसर पर काफी संख्या में पर्यटक मौजूद रहे।