सतयुग दर्शन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (एस डीआई ई टी) ने सतयुग दर्शन संगीत कला केन्द्र के साथअपने नवस्थापित म्यूजिक सेंटर का उद्घाटन

फरीदाबाद स्थित एस डीआई ई टी के संगीत केंद्र का भव्य उद्घाटन कई सम्मानित व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ, जिनमें सतयुग दर्शन ट्रस्ट के प्रेरणा स्रोत श्री सज्जन जी, सतयुग दर्शन ट्रस्ट की प्रबंध न्यासी श्रीमती रेशमा गांधी जी, सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र की चेयरपर्सन श्रीमती अनुपमा तलवार जी, सत्युग दर्शन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के चेयरमैन श्री एसके सचदेवा जी, सतयुग दर्शन ट्रस्ट से श्री नितिन जी , श्री मोहित नारंग जी, सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र के प्रिंसिपल श्री दीपेंद्र कांत, और एसडीआईईटी के प्रिंसिपल डॉ शैलेंद्र कुमार शामिल थे। उद्घाटन समारोह के दौरान, श्री सज्जन जी ने एक प्रेरक संदेश दिया, जिसमें उन्होंने संगीत के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि यह कैसे एक व्यक्ति के जीवन को आकार देता है। उन्होंने कहा कि संगीत एक सकारात्मक मानसिकता और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि संगीत आत्मा को ऊपर उठाने की शक्ति रखता है और जीवन में सामंजस्य और संतुलन को बढ़ावा दे सकता है।

इसके अलावा, उन्होंने तकनीक और संगीत को मिलाने की संभावना पर जोर दिया, जो छात्रों की रचनात्मकता, संज्ञानात्मक विकास और समग्र शैक्षिक अनुभव में महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है। जब तकनीक और संगीत एक साथ आते हैं, तो यह न केवल छात्रों की शिक्षा यात्रा को समृद्ध बनाता है, बल्कि जीवन के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण को भी बढ़ावा देता है, जो उनके व्यक्तिगत और पेशेवर विकास के सभी पहलुओं को लाभान्वित करता है। यह नया संगीत केंद्र छात्रों को अपनी संगीत प्रतिभा का अन्वेषण, अध्ययन और विकास करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा, जिसमें पारंपरिक शास्त्रीय परंपराओं को आधुनिक तकनीकों और उपकरणों के साथ मिलाने पर विशेष जोर दिया जाएगा, जिससे सभी के लिए एक समग्र शैक्षिक अनुभव सुनिश्चित होगाl

प्राचार्य दीपेन्द्र कांत ने सभी सन्गीत विद्यार्थियों को अवगत कराया कि संगीत आपको वर्तमान में रखता है l चेयरपर्सन अनुपमा तलवार जो कि सन्गीत मर्मज्ञ हैं उन्होंने सभी को कहा कि सन्गीत किसी भी आयु में आप सीख सकते हैं अतः आज से ही सीखना प्रारंभ करें l उद्घाटन समारोह मे एस डीआई ई टी के छात्र व छात्रों ने संगीत और नृत्य का से जुडी अभिनव प्रतुतियो का मंचन कर सन्देश दिया कि तकनीकी शिक्षा के छात्र भी संगीत कला मे रूचि रखते है और इसका अपने जीवन मे लाभ लने के लिए उत्सुक है l

कार्यक्रम का समापन सतयुग दर्शन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के श्री शालीन तनेजा जी के धन्यवाद् प्रस्ताव से हुआ जिसमे उन्होंने संगीत से अपने छात्र और प्रोफेशनल जीवन मे पड़ने वाले सकारात्मक परचाव के बारे मे विस्तार से बताया
कार्यक्रम का मंच संचालन एस डीआई ई टी के रवि बक्शी और संचिता खानतवाल ने किया। सभी शिक्षकों और छात्रों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने मे अपना योगदान दियाll

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