डिजिटल अरेस्ट मामले में साइबर थाना एनआईटी की टीम ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार, 57000/-₹ बरामद

फरीदाबाद- पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता के द्वारा फरीदाबाद में साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए साइबर अपराध में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने के दिए गए दिशा निर्देश के अंतर्गत कार्यवाही करते हुए साइबर थाना NIT की टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

पुलिस प्रवक्ता ने बतलाया कि 10 जनवरी को पोर्टल के माध्यम से फरीदाबाद की ग्रीन वैली में रहने वाले एक महिला की साइबर फ्रॉड की शिकायत प्राप्त हुई। जिसमें उसने बतलाया कि TRAI से उसके मोबाइल नंबर पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने शिकायतकर्ता के नंबर उपयोग लोगों से जबरन वसूली के लिए उपयोग करने के आरोप लगाया, इसके उपरांत कॉल करने वाले ने शिकायतकर्ता की पुलिसकर्मी से बात कराई। पुलिसकर्मी ने शिकायतकर्ता को बताया कि उसके आधार नंबर का उपयोग केनरा बैंक मुंबई में एक खाता खोलने के लिए किया गया है, इस खाते में लगभग 6 करोड़ का अवैध लेनदेन किया गया है।

ठगो ने शिकायतकर्ता पर दबाव बनाते हुए कहा कि आपके विरुद्ध नरेश गोयल नाम के एक व्यक्ति ने शिकायत दे रखी है और आपके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं कि आपके खाते में अवैध धन आया है, इन अवैध गतिविधियों पर मुंबई में कई एफआईआर दर्ज की गई हैं। गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए गए हैं और संपत्ति जब्ती के लिए भी वारंट जारी किया। ठगो ने शिकायतकर्ता के पास मामले के संबंध में दस्तावेज भी भेजे। ठगो के द्वारा शिकायतकर्ता को 11 से 29 नवंबर तक हाउस अरेस्ट रखा और शिकायतकर्ता के साथ 40 लाख रुपए का फ्रॉड किया। जिस पर साइबर थाना NIT में मामला दर्ज किया गया।

केन्द्रीय श्रम मंत्रालय कि सेवानिवृत महिला अधिकारी से डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 40 लाख की धोखाधडी करने के मामले में थाना साइबर अपराध NIT फरीदाबाद की टीम PSI अंशुल, सहायक उप निरीक्षक सतबीर, मुख्य सिपाही विकास, मुख्य सिपाही सचिन, सिपाही बिजेंदर ने तीन आरोपी रिषिकेश सिंह उर्फ़ डब्लू सिंह, समीर व तरुण गोयल को गिरफ्तार किया।

पूछताछ में सामने आया कि आरोपी रिषिकेश सिंह उर्फ़ डब्लू सिंह, वारदात में प्रयोग SBI बैंक अकाउंट जिसमे ठगी के 30 लाख रूपये आये थे, उसे खाते के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से खाते में आये पैसों को अन्य बैंक खातों में ट्रान्सफर करके cash निकलवाता था।

आरोपी समीर अलग अलग बैक खातों के ATM से पैसे निकलवा कर रिषिकेश सिंह उर्फ़ डब्लू सिंह को देता था

आरोपी तरुण गोयल USDT उपलब्ध कराता था। रिषिकेश सिंह साइबर फ्रॉड के मामलों में 50% पैसा लेता था। जिसको वह ऑपरेट करने के लिए अन्य सह आरोपियों का सहयोग लेता था। जिसमें आरोपी समीर अपने काम के लिए 10% हिस्सा लेता था। आरोपी तरुण USDT के लिए 5% हिस्सा लेता था। तीनों आरोपियों से 57000 बरामद किए गए हैं। जिनको 7 दिन के पुलिस रिमांड के बाद पूछताछ उपरांत अदालत में पेश कर नियमानुसार कार्रवाई की गई है। मामले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

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