फरीदाबाद रैफर मुक्त धरना 50 वें दिन भी जारी
फरीदाबाद। फरीदाबाद रैफर मुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले सिविल अस्पताल के बाहर चल रहे धरने का आज 50 वें दिन में प्रवेश कर गया। इस मौके पर समाज सेवी भारत भाटिया ने एक दिवसीय क्रार्मिक भूख हड़ताल पर रहे। इसके बाद बडख़ल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री महेन्द्र प्रताप सिंह के पुत्र विजय प्रताप सिंह अपनी टीम विजय प्रताप की टीम के सदस्यों के साथ धरना स्थल पर पहुंचे और फरीदाबाद रैफरमुक्त संघर्ष समिति के संयोजक एवं सेवा वाहन संचालक सतीश चोपड़ा द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित उठाई जा रही मांगों का समर्थन किया।
इस अवसर पर धरने पर मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ट्रोमा सेंटर फरीदाबाद की जरूरत है जिसको उन्होंने अपने चुनावी मेनिफेस्टो मे भी डाला था। लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन केन्दीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल ने भी स्वीकार किया था कि ट्रोमा सेन्टर फरीदाबाद वासियों की जरूरत है और जनता अगर हमको तीसरी बार चुनती है तो हम शहर को ट्रोमासेन्टर की सौगात देंगे, मगर चुनाव उपरांत उन्होंने व भाजपा सरकार ने एक कदम भी ट्रोमा सेन्टर बनाने के तरफ नहीं बढ़ाया है। फरीदाबाद की जनता इलाज के अभाव में दम तोड़ रही है, मगर सरकार के कानों पर जू नही रेंग रही है।
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विजय प्रताप सिंह ने कहा कि छांयसा में श्री अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कालेज में 50 वेंटिलेटर है आईसीयू है, रेजिडेंट डॉक्टर है, सरकार जल्द से जल्द आईपीडी सर्विस शुरू की जाये तथा वहां पर ट्रोमासेन्टर बनाया जा सकता है क्योंकि वहां सुपर स्पेशिलस्ट व स्पेशिलस्ट डॉक्टर के पद है मगर वह रिक्त है वहां 2 बेच का एडमिशन हो चुका है 100 एमएमबीएस की सीट है। साथ ही वहां 3 करोड़ के लगभग हर महीने सैलरी जा रही है मगर जनता को उसका लाभ नही मिल रहा है। जबकि सिविल अस्पताल फरीदाबाद की दुर्दशा किसी से छुपी नही है न पर्याप्त डॉक्टर है न दवाइयां है।
धरने के संयोजक सतीश चोपड़ा ने बताया कि सिविल अस्पताल फरीदाबाद में सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर का कैडर नही है स्पेशलिस्ट डॉक्टर का अभाव है आईसीयू बने हुए है, मगर 2 वर्ष से उनको चलाने के लिए डॉक्टर्स व प्रशिक्षित कर्मचारी नही हैं। दवाइयों का अभाव है, एमरजैंसी वार्ड मे मॉनिटर खराब है डीसी शोक मशीन तक नही है। जिसके चलते जनता प्राइवेट अस्पताल में जाने के लिए मजबूर हो रही है, क्योंकि सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं नहीं है जिसकी वजह से लोग प्राइवेट अस्पतालों के भारी भरकम बिल भरने के लिए अपने घरों तक को बेच रही है। प्राईवेट अस्पतालों में ईलाज के नाम पर जनता कर्ज के दलदल में फंस रही है।
भूख हड़ताल पर बैठे समाजसेवी भारत भाटिया ने कहा कि जितनी जल्द सरकार इन मांगों पर काम करेगी उतने ही लोगो के प्राण जाने से बेचेगे ओर लोग कर्ज के दलदल मे नही फंसेगे।
धरने को अब तक 175 से अधिक धार्मिक-सामाजिक संगठनों, अन्र्तराष्ट्रीय रणजी प्लेयर रहे संजय भाटिया, वरूण श्योकंद, समाज सेवी प्रीतपाल सिंह , अवधेश ओझा, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अनिल कुमार, अनीश पाल, समाज सेवी राजेश शर्मा , संजय अरोड़ा संजय पाल, राजेश भाटिया, श्रीपाल वर्मा, संतोष यादव, योगेश कोली सहित सैकड़ों लोग समर्थन दे चुके है।