सिर्फ चिन्तन करके ही प्रभु के समीप आया जा सकता है- श्री राघवाचार्य जी महाराज
कथा स्थल पर धूमधाम से मनाया गया श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
फरीदाबाद। सेक्टर-10 तेरापंथ भवन में पंजाब अग्रवाल समाज(रजि0.) द्वारा आयोजित श्रीमद़ भागवत ज्ञानयज्ञ कथा में कथा व्यास परम श्रद्वेय जगदगुरू रामानुजाचार्य परम पूज्य स्वामी डॉ. श्री राघवाचार्य जी महाराज(अयोध्या वाले) ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव,श्री राम अवतार के बारे में भक्तों को विस्तृत रूप से बताया। उन्होनें बताया कि भगवान श्रीकृष्ण की ख्याति सर्वाधिक है। यहां तक की बड़े बड़े देवता,ऋषि मुनि सभी उनके गुणों का बखान करते है। भगवान श्रीकृष्ण सभी कारणों के कारण है उनका कोई कारण नहीं है। सारी सृष्टियां उनकी ईच्छा मात्र से उत्पन्न तथा नष्ट होती है।
श्री राघवाचार्य जी महाराज ने बताया कि भगवान किसी भी जीव चाहे दुष्ट हो या सज्जन हो को मारने के लिए अवतार नहीं लेते उनकी अवतार तो केवल धर्म की रक्षा के लिए होता है। उन्होनें बताया कि भगवान भक्तों के साथ लीला करते है ताकि भक्त उनके करीब आ सकें। उन्होनें बताया कि सिर्फ चिन्तन करके ही प्रभु के समीप आया जा सकता है। उन्होनें बताया कि भगवान राम का अवतार धर्म की स्थापना के लिए हुआ था। श्री राघवाचार्य जी महाराज ने बताया कि समाज का असभ्य प्राणी जब सज्जन व्यक्ति,भक्त को सताता है तब प्रभु किसी ना किसी रूप में प्रकट होकर अपने भक्तों की रक्षा करते है।
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कथा में मुख्य रूप से पधारे बल्लभगढ़ विधायक पंडित मृलचन्द शर्मा ने परम श्रद्वेय जगदगुरू रामानुजाचार्य परम पूज्य स्वामी डॉ. श्री राघवाचार्य जी महाराज को फूलों की माला पहनाकर उनसे आर्शीवाद लेते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण भारतीय संस्कृति और धर्म का एक अद्भुत प्रतीक हैं। श्रीकृष्ण हिन्दू धर्म में भगवान हैं। वे विष्णु के 8वें अवतार माने गए हैं। कन्हैया, माधव, श्याम, गोपाल, केशव, द्वारकेश या द्वारकाधीश, वासुदेव आदि नामों से भी उनको जाना जाता है। कृष्ण निष्काम कर्मयोगी, आदर्श दार्शनिक, स्थितप्रज्ञ एवं दैवी संपदाओं से सुसज्जित महान पुरुष थे।।
इस मौके पर कथा स्थल पर श्रीकृष्ण के जन्म को दिखाया गया जिसमें बधाईयों के गान के साथ सभी भक्त झूम उठे। इस अवसर पर पंजाब अग्रवाल समाज के सरंक्षक शिव सरन गोयल, रुलदू राम गर्ग, पवन गर्ग अध्यक्ष रान्ति देव गुप्ता, उपाध्यक्ष अवतार मित्तल अमर बंसल छाडिय़ा, विजय गुप्ता, महासचिव बनवारी लाल गर्ग, सचिव अनिल गर्ग, वित्त सचिव राजेन्द्र कुमार गर्ग,कोषाध्यक्ष राकेश सिंगला , सतीश गर्ग, अश्वनी गर्ग, श्री कृष्ण सिंगल, प्रेम पसरीचा, कैलाश शर्मा, दिनेश गोयनका, कालिदास गर्ग, जयपाल सिंगला, धर्मपाल गोयल, श्याम लाल गोयल, ऊषा रानी गर्ग, राकेश बंसल, नरेश बंसल, पवन बंसल, वरिंदर बंसल, गर्ग, अरुण आहूजा, संजीव अग्रवाल आदि भक्त उपस्थित थे।