साइबर फ्रॉड की एडवाइजरी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए शेयर मार्केट में ना करें निवेश- राजेश दुग्गल IPS Joint CP

फरीदाबाद :  ऑनलाइन गतिविधियों में तेजी से बढ़ोतरी के साथ साइबर धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं। साइबर अपराधों को रोकने के लिए फरीदाबाद पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है, इसी के साथ आमजन को भी जागरूक होने की आवश्यकता है, जागरूकता ही साइबर अपराध पर प्रहार है।

राजेश दुग्गल, संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बतलाया कि आजकल शेयर मार्केट में निवेश करने का फ्रॉड बहुत ज्यादा बढ़ रहा है, लोगों को अच्छे मुनाफे का लालच देकर पैसे इन्वेस्ट कराए जाते हैं और बाद में उनके पैसों का गबन कर लिया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि अभी तीन दिन पहले ही फरीदाबाद साइबर पुलिस टीम द्वारा नोएडा से शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर फ्रॉड के मामले में 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिसे देखते हुए साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए एडवाइस जारी की है।

कैसे करते हैं इन्वेस्टमेंट के नाम पर साइबर फ्रॉड –

साइबर अपराधी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या अन्य माध्यमों से संपर्क करते हैं और आमजन को शेयर मार्केट में पैसे लगाकर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देते हैं।

शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए साइबर अपराधी आपको विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक लिंक भेजते हैं जब आप उस लिंक को क्लिक करोगे तो ठग आपको टेलीग्राम ग्रुप या फिर व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ देते हैं, उस ग्रुप में ज्यादातर उन्हें के ही साथी जुड़े हुए होते हैं, इस तरह अगर आप वेरीफाई भी करना चाहोगे तो आपको पॉजिटिव जवाब ही मिलेगा और आप उनके चक्रव्यूह में फसते चले जाएंगे और पैसों के लालच में उनकी बातों में आकर पैसे निवेश कर देते हैं। साइबर अपराधी पहले छोटी-छोटी राशि निवेश करवाते हैं और उस पर थोड़ा बहुत मुनाफा दे देते हैं जिससे व्यक्ति को और अधिक विश्वास हो जाता है कि यह एक अच्छा इन्वेस्टमेंट प्लान है। इसके पश्चात साइबर अपराधी और ज्यादा पैसे लगाने के लिए कहते हैं और आप अपनी बड़ी धनराशि इन साइबर अपराधियों द्वारा बताए गए तरीके से इन्वेस्ट करते हैं और जैसे ही साइबर अपराधियों तक पैसा पहुंचता है तो अपने नंबर बंद करके फरार हो जाते हैं और आप साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं। यदि आपके पास भी इस प्रकार का कोई मैसेज या फोन आता है और शेयर मार्केट में ज्यादा पैसे निवेश करके ज्यादा पैसे कमाने का लालच देता है तो वह साइबर अपराधी हो सकता है और आपको आर्थिक नुकसान पहुंचा सकता है। कहीं भी पैसे इन्वेस्ट करने से पहले अच्छे से जांच कर ले।

*साइबर इन्वेस्टमेंट फ्रॉड से बचाव के लिए सुझाव:*

* *व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें*: अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि आपका नाम, पता, फोन नंबर, और बैंक खाता विवरण, किसी भी अनजान व्यक्ति या वेबसाइट के साथ साझा न करें।

* *संदिग्ध ईमेल और मैसेज का जवाब न दें*: यदि आपको कोई संदिग्ध ईमेल या मैसेज मिलता है, जिसमें आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने या किसी लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है, तो उसका जवाब न दें और उसे तुरंत डिलीट करें।किसी भी अनजान लिंक को क्लिक न करें।

* *वैध वेबसाइट्स पर ही ऑनलाइन कार्य करें*: केवल वैध और सुरक्षित वेबसाइट्स पर ही ऑनलाइन लेन-देन करें। वेबसाइट की सुरक्षा की जांच करने के लिए, वेबसाइट के यूआरएल में “https” और एक लॉक का चिन्ह देखें।

* *सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग करने से बचें*: सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग करने से बचें, क्योंकि ये नेटवर्क सुरक्षित नहीं होते हैं और आपकी व्यक्तिगत जानकारी को खतरे में डाल सकते हैं।

* *ओटीपी शेयर न करें*: अपना ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड) किसी के साथ भी साझा न करें।

* *नियमित रूप से अपने बैंक खाते की जांच करें*: अपने बैंक खाते की नियमित रूप से जांच करें, ताकि आप किसी भी अनजान लेन-देन का पता लगा सकें।

* *साइबर सुरक्षा सॉफ्टवेयर का उपयोग करें*: अपने कंप्यूटर और मोबाइल डिवाइस पर साइबर सुरक्षा सॉफ्टवेयर का उपयोग करें, जो आपको वायरस, मैलवेयर, और अन्य साइबर खतरों से बचा सकता है।

इन सुझावों का पालन करके, आप साइबर इन्वेस्टमेंट फ्रॉड से बचाव कर सकते हैं और अपनी व्यक्तिगत जानकारी और वित्तीय सुरक्षा को बनाए रख सकते हैं।

*साइबर अपराध की रिपोर्ट कैसे करें:*

यदि आप साइबर अपराध का शिकार हुए हैं, तो तुरंत निम्नलिखित कदम उठाएं:-

-आप धोखाधड़ी की शिकायतों की रिपोर्ट निकटतम साइबर अपराध थाना में कर सकते हैं या https://www.cybercrime.gov.in/ पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं या साइबर अपराध सेल की हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क कर सकते हैं।

* अपने बैंक को सूचित करें और अपने खाते को तुरंत ब्लॉक करें।

* साइबर सेल को सूचित करें और उन्हें विस्तार से घटना की जानकारी दें।

*जागरुक बनें, सुरक्षित रहें*

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