डेटा-संचालित आधुनिक एग्रीकल्चरल प्लेटफॉर्म ने वर्धा के किसान की आधुनिक तरीकों से पैदावार बढ़ाने में मदद की
वर्धा के किसान चंद्रशेखर रोकड़े कई सालों से पारंपरिक तरीकों से खेती कर रहे थे, लेकिन उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। अपनी फसल के लिए खाद और कीटनाशक डालने से लेकर मिट्टी की जांच और बीज खरीदने तक, हर काम के लिए उन्हें अलग-अलग जगहों पर जाना पड़ता था। मजदूरों की कमी और फसलों पर सही सलाह न मिल पाने के कारण उनका समय और पैसा दोनों बर्बाद होता था। इन परेशानियों की वजह से उनका खेती का काम सही ढंग से नहीं चल पा रहा था।
चंद्रशेखर बताते हैं, “मजदूरों की कमी की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी तब होती थी, जब मुझे फसलों पर छिड़काव करना होता था। तब मुझे सलाम किसान के बारे में पता चला और मेरी ज़िंदगी पूरी तरह बदल गई। जो काम पहले मुश्किल लगते थे, वे अब आसान हो गए हैं।”
बदलाव की शुरुआत तब हुई जब चंद्रशेखर को सलाम किसान के बारे में पता चला। यह एक उन्नत प्रीसिजन फार्मिंग प्लेटफॉर्म है, जो खेती के लिए पूरी तरह से टेक्नोलॉजी पर आधारित समाधान प्रदान करता है। सलाम किसान की सेवाओं को अपनाने के बाद, चंद्रशेखर ने पारंपरिक खेती के तरीकों को छोड़कर आधुनिक और तकनीकी खेती के नए तरीके अपनाए। ड्रोन द्वारा छिड़काव, मिट्टी की जांच और खरीदारी के लिए बेहतर सुविधाओं ने उनकी खेती को पूरी तरह बदल दिया।
ड्रोन छिड़काव ने उनकी खेती का तरीका पूरी तरह बदल दिया। पहले कीटनाशक छिड़कने में पारंपरिक पंप से कई घंटे लगते थे और मजदूरों पर निर्भरता अधिक थी। इससे न केवल खर्च बढ़ता था, बल्कि समय भी ज्यादा लगता था। लेकिन सलाम किसान के ड्रोन छिड़काव की सेवा से अब यह काम केवल 7-8 मिनट में पूरा हो जाता है। यह समय की बचत, मजदूरों पर निर्भरता कम करने और पूरे खेत में समान छिड़काव सुनिश्चित करता है।
इसके अलावा, सलाम किसान की फसल सलाहकारी सेवाओं और क्रॉप कैलेंडर ने चंद्रशेखर को उनकी खेती को अधिक प्रभावी बनाने में मदद की। उन्हें कपास और सोयाबीन जैसी मुख्य फसलों पर व्यक्तिगत मार्गदर्शन मिला। विशेषज्ञ सलाह ने उन्हें फसल प्रबंधन, कीट नियंत्रण और रोगों की रोकथाम के सही तरीके सिखाए। क्रॉप कैलेंडर की मदद से उन्होंने रोपण, छिड़काव और कटाई जैसे सभी कार्य सही समय पर पूरे किए। चंद्रशेखर कहते हैं, “सलाम किसान से मिली सलाह ने मेरी खेती को नई दिशा दी। अब मेरी फसलें स्वस्थ हैं और पैदावार बेहतर हो गई है। इससे मेरी मेहनत का सही फल मिलने लगा है।”
एक बार चंद्रशेखर को कीटों के अचानक हुए हमले का सामना करना पड़ा, जो उनके लिए काफी चुनौतीपूर्ण था। पहले, ऐसे हमलों को संभालने में काफी समय लगता था, और अक्सर नुकसान भी हो जाता था। लेकिन सलाम किसान की ड्रोन से छिड़काव सेवा ने उन्हें तेजी और सटीकता से काम करने का समाधान दिया। केवल कुछ घंटों में उन्हें यह सेवा उपलब्ध हो गई, जिससे कीटों का प्रभावी तरीके से मुकाबला किया जा सका। इस त्वरित कार्रवाई ने उनकी 50% फसल को संभावित नुकसान से बचा लिया।
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सलाम किसान के साथ, चंद्रशेखर ने अपनी खेती में आने वाली समस्याओं का समाधान किया और अपने काम को अधिक संगठित और कुशल बनाया। उन्होंने अपनी लागत को कम किया और खेती में नई तकनीकों का लाभ उठाया। ड्रोन से छिड़काव की तकनीक ने न केवल उनके खर्च को 30% तक घटाया, बल्कि पानी की खपत में भी 80% तक की बचत की। यह संवहनीय खेती के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। पहले जो काम भारी और मुश्किल लगते थे, जैसे मजदूरों का प्रबंधन करना, सही फसल सलाह खोजना और कृषि के लिए जरूरी सामान इकट्ठा करना, अब आसान, तेज और भरोसेमंद हो गए हैं।
सलाम किसान का प्लेटफॉर्म किसानों को मिट्टी का परीक्षण, मौसम का विश्लेषण और फसल की स्थिति का आकलन जैसे कई उपयोगी समाधान प्रदान करता है। यह प्लेटफॉर्म मौसम का रियल-टाइम अपडेट, मिट्टी की स्थिति की रिपोर्ट और फसल की सेहत से जुड़ी जानकारी देकर संभावित कीटों और बीमारियों के हमलों का पहले से अनुमान लगाने में मदद करता है। इससे चंद्रशेखर जैसे किसानों को सही समय पर कार्रवाई करने का मौका मिलता है और उनकी फसल सुरक्षित रहती है।
अपने अनुभव साझा करते हुए, चंद्रशेखर रोकडे़ कहते हैं, “सलाम किसान ने मेरी खेती को पूरी तरह बदल दिया है। अब मैं ज्यादा समय बचा पाता हूँ, मेरी लागत कम हुई है और फसल की पैदावार में सुधार हुआ है। यह मेरे लिए एक ऐसे साथी जैसा है जो किसानों की ज़रूरतों को सही मायने में समझता है और उनकी मदद करता है।”
सलाम किसान की मदद से चंद्रशेखर अब उन 160,000 से ज्यादा किसानों के नेटवर्क का हिस्सा बन गए हैं, जो 35 जिलों में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर खेती को ज्यादा उत्पादक और टिकाऊ बना रहे हैं। उनकी सफलता देखकर वर्धा के आसपास के कई किसान भी इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने लगे हैं। इससे किसानों के बीच सहयोग और तरक्की का माहौल बन रहा है।
चंद्रशेखर की कहानी यह साबित करती है कि आधुनिक टेक्नोलॉजी और सही मार्गदर्शन से किसान पारंपरिक चुनौतियों का सामना आसानी से कर सकते हैं। सलाम किसान ने तकनीक और जमीनी अनुभव को जोड़कर सटीक खेती के लिए एक नया मापदंड स्थापित किया है। यह प्लेटफॉर्म चंद्रशेखर जैसे किसानों को उनकी फसलों और जीवन में एक बेहतर और उज्ज्वल भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने में मदद कर रहा है।