साइबर पुलिस ने इस सप्ताह 07-13 दिसंबर 2024 तक साइबर अपराध के 11 मुकदमों में 24 आरोपी किए गिरफ्तार, 6,32,200/-₹ किए बरामद

281 शिकायतों का किया निस्तारण, 1,75000/- रुपए रिफंड व 84,691 /- रुपए बैंक खातों में कराए सीज

फरीदाबाद : पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह, के दिशा निर्देश पर पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध उषा के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए फरीदाबाद के तीनों साइबर अपराध थाना की टीमों के द्वारा कार्रवाई करते हुए 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम शेख समीर रफीक व पठान शाहरुख खान वासी मोमनावाद गोपीपुर थाना अठवालाइंस सूरत गुजरात, सुभाष शंड मीना व गणेश नारायण मीना वासी कॉलोनी डूंगा बस्ती जयपुर, सुनील कुमार उर्फ गौरव वासी करकेंटा चंदेश्वर रोड मैनपुरी उत्तर प्रदेश हाल अलमोह रोड मंडी गोबिंगगढ़ पंजाब,अभय राजपूत उर्फ उदय वासी काकरी खेड़ा थाना सिरसगंज मैनपुरी उत्तर प्रदेश,उदयराज सिंह वासी जोगपुर रजवाना जिला-मैनपुरी उत्तर प्रदेश,अभिजीत गुप्ता वासी सिरसागेट, गली नंबर 2, सिरसागंज फिरोजाबाद,विकास झा वासी ईस्ट उत्तम नगर पश्चिमी दिल्ली,वरुण शर्मा वासी ग्राम टीरा जिला मोहाली पंजाब,दीक्षित राणा वासी नया गांव मोहाली पंजाब वर्तमान ग्राम चाऊ जिला मंडी हिमाचल प्रदेश, विकास कुमार वासी गाँव गांधी बागपत, उत्तर प्रदेश, हाल अशोक नगर, उत्तर-पूर्वी दिल्ली,विक्की कुमार उर्फ विकास, वासी सावतंदा नगर, नरेला दिल्ली,संदीप कुमार मिश्रा वासी श्याम नगर कॉलोनी बालाजी पलवल, अफसर अली वासी गाजियाबाद उत्तर प्रदेश, साहनवाज वासी मोंगा जिला गाजियाबाद उत्तर प्रदेश, किशन सिंह वासी गांव सावरदा जिला अजमेर राजस्थान, अंकित शर्मा वासी चांदपुर बाजार जयपुर राजस्थान, मोनू योगी वासी गांव महंदी जमारामगढ़ जिला जयपुर,अशोक जांगिड़ वासी गांव जगतपुरा साहपुरा जिला जयपुर राजस्थान, सुभाष चौधरी वासी गांव अमरसर जयपुर राजस्थान, चमन दायमा वासी गांव कोठड़ी जिला अजमेर राजस्थान, करण मीना वासी गांव काली जिला दौसा राजस्थान, सूरज कंवर वासी वासी आनंद विहार जयपुर राजस्थान का नाम शामिल है।

उन्होंने अधिक जानकारी देते बताया कि 11 मुकदमों को सुलझाते हुए 24 आरोपीयों को गिरफ्तार किया है। जिसमें साइबर थाना NIT के 02, साइबर थाना सेंट्रल के 06 और साइबर थाना बल्लबगढ़ के 03 मामले शामिल है। आरोपियों से मुकदमा में 6,32,200/- बरामद किए गए हैं, इसके साथ ही 281 शिकायतों का किया निस्तारण करते हुए 1,75000/- रुपए रिफंड व 84,691 /- रुपए बैंक खातों में सीज कराए गए।

आजकल तकनीकि के दौर में अलग-अलग तरह से लोगों को ऑनलाइन सुविधाएं मिल रही है। जिसके माध्यम से लोग अपने ज्यादातर काम करने के लिए तकनीकि पर ही निर्भर हैं। साइबर अपराधी इस निर्भरता का फायदा उठाकर लोगो को साइबर अपराध का शिकार बनाते है। साइबर ठगी के लिए साइबर ठग लोगों को विभिन्न प्रकार से लालच देते हैं, जिनमें से कुछ बडे़ प्रकार टेलीग्राम टास्क फ्रॉड, इन्वेस्टमेंट फ्रॉड, कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फ्रॉड, लोन फ्रॉड, अश्लील वीडियों बनाकर ब्लैकमेल करके, QR, UPI ,लोगों के खाते में बहाने से पैसे डलवाने का लालच देना, बैक अधिकारी बनकर ओटीपी प्राप्त करना प्रमुख है।

शेयर मार्किट इंवेस्मेंट फ्रॉड-

साइबर अपराधी सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से लोगों से संपर्क करते हैं और आमजन को शेयर मार्केट में पैसे लगाकर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देते हैं। पैसों के लालच में व्यक्ति उनकी बातों में आ जाता है और इसके बाद साइबर अपराधी इनसे शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करवाते हैं। साइबर अपराधी पहले छोटी-छोटी राशि निवेश करवाते हैं और उसपर थोड़ा बहुत मुनाफा दे देते हैं जिससे व्यक्ति को विश्वास हो जाता है कि यह है एक अच्छा इन्वेस्टमेंट प्लान है। इसके पश्चात साइबर अपराधी और ज्यादा पैसे लगाने के लिए कहते हैं और आप अपनी सारी धनराशि इन साइबर अपराधियों द्वारा बताए गए तरीके से इन्वेस्ट कर देते हैं और जैसे ही साइबर अपराधियों तक पैसा पहुंचता है तो वह अपना नंबर बंद करके फरार हो जाते हैं और आप साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं। यदि आपके पास भी इस प्रकार का कोई मैसेज या फोन आता है और शेयर मार्केट में पैसे निवेश करके ज्यादा पैसे कमाने का लालच देता है तो वह साइबर ठग हो सकता है और आपको आर्थिक नुकसान पहुंचा सकता है। कहीं भी पैसे इन्वेस्ट करने से पहले अच्छे से जांच कर ले कि कहीं वह कोई साइबर अपराधी तो नहीं।

साइबर फॉड से बचाव-

• अगर आपके पास किसी अनजान नम्बर से किसी ऑफर व किसी प्राकर का लाभ देने के संबंध में कॉल आए तो सरकारी नम्बर से जानकारी ले और अपनी गोपनीय जानकारी जैसे बैक खाते,पैनकार्ड, आधार कार्ड, की गोपनीय जानकारी ना दे।

• यदि कोई व्यक्ति आपको फोन या मैसेज करके कम समय में ज्यादा पैसे कमाने का लालच देता है तो समझ जाए कि वह साइबर ठग है

• लॉटरी या गिफ्ट बांटने वाली कंपनी या वेबसाइट को खोलकर ना देखें

• जो ऐप्स प्रीपेमेंट फीस, प्रोसेसिंग फीस या प्री क्लोजर फीस ज्यादा मांगे उनके इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए

• अनवेरिफाइड ऑनलाइन बैंकिंग ऐप्स जो उधार देते हों उनसे बचना चाहिए. ऐसे फ्रॉड ऐप आपसे आपकी गोपनीय जानकारियां जैसे बैंक खाते संबंधित डीटेल्स, क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी, पिन कार्ड या एड्रेस मांगते हैं।

– पॉर्न साइट पर सर्फिंग न करें, केवल सेफ वेबसाइट को ही खोलें

– जिन वेबसाइट के यूआरएल से पहले ताला बना होता है उन साइट पर जाएं

– लाल रंग से ताले के निशान कटे होने वाली वेबसाइट को खोलने से बचें

– फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले उसकी पूरी तरह से जांच कर लें

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