विपक्ष का धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस
संसद के शाीतकालीन सत्र के 10वें दिन मंगलवार को विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा के जनरल सेक्रेटरी पीसी मोदी को धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया।
इस नोटिस में कांग्रेस, TMC, AAP, सपा, DMK, CPI, CPI-M और RJD समेत विपक्षी पार्टियों के 60 सांसदों के दस्तखत हैं। विपक्ष का आरोप है कि राज्यसभा के सभापति और उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पक्षपातपूर्ण तरीके से सदन चलाते हैं और विपक्ष को बोलने नहीं देते।
विपक्ष के नोटिस पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्ष हमेशा चेयर (सभापति) का अपमान करता है। वे सभापति के अधिकारों का अनादर करते हैं। सदन में एनडीए के पास बहुमत है और हम सभी को चेयरमैन पर भरोसा है।’
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वहीं, मंगलवार को 11 बजे दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हुई। लोकसभा में हंगामे के चलते पहले 12 बजे तक सदन स्थगित कर किया गया। 12 बजे कार्यवाही शुरू होने के बाद भी अडाणी-जॉर्ज सोरोस मुद्दे पर हंगामा जारी रहा, स्पीकर ने बुधवार तक के लिए सदन स्थगित कर दिया। हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही भी बुधवार तक स्थगित कर दी गई।
उन्होंने उपराष्ट्रपति की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘धनखड़ जी एक साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं। वे संसद के अंदर और बाहर हमेशा किसानों और लोगों के कल्याण के बारे में बात करते हैं। वे हमारा मार्गदर्शन करते हैं। हम उनका सम्मान करते हैं। हम सभी को अध्यक्ष पर भरोसा है। जिस तरह से वे सदन का मार्गदर्शन करते हैं, उससे हम खुश हैं।’
प्रियंका बोलीं- सरकार रोज सदन स्थगित करा रही
इधर, प्रियंका गांधी ने कहा कि हम जो प्रदर्शन कर रहे हैं, वो बाहर कर रहे हैं। हम रोज कोशिश करते हैं, लेकिन वे (सरकार) चर्चा नहीं चाहते। रोज किसी न किसी बहाने सदन को स्थगित करा रहे हैं।
रिजिजू बोले- राहुल के अलावा सभी सांसद चर्चा चाहते हैं
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कोई भी मुद्दे हों, हम सदन की कार्यवाही बाधित नहीं करेंगे। सपा, TMC और कांग्रेस समेत कई पार्टियों के सांसद मेरे पास आए थे। कांग्रेस राज्यसभा में चर्चा करना चाहती है, सिर्फ राहुल गांधी कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेना चाहते। शायद उनका संसदीय लोकतंत्र में विश्वास नहीं है।