कांग्रेस मांग रखे, हम बीफ बैन करेंगे: असम CM

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को बीजेपी की बैठक के बाद मीडिया से कहा- वे राज्य में गोमांस पर प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं,बशर्ते कांग्रेस इसे लिखित में दे। दरअसल, सामगुरी सीट पर उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को मतदान हुआ था। 23 नवंबर को रिजल्ट आने के बाद कांग्रेस की हार पर सांसद रकीबुल हुसैन ने भाजपा पर बीफ बांटने का आरोप लगाया।

सरमा ने कहा कि उन्हें खुशी है कि विपक्षी पार्टी ने इस मुद्दे को उठाया। कांग्रेस सांसद खुद मानते हैं कि बीफ बांटना गलत है। अगर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बुपेन कुमार बोरा उन्हें पत्र लिखकर इसकी मांग करते हैं तो वह बैन को तैयार है।

पिछले महीने हुए उपचुनाव में भाजपा के दिप्लू रंजन सरमा ने कांग्रेस के सांसद रकीबुल के बेटे तंजील को 24,501 वोटों से हराया था। इस सीट पर लगातार पांच बार से कांग्रेस जीत रही थी। सांसद की कथित टिप्पणी पर सरमा ने कहा, लेकिन दुख के बीच रकीबुल हुसैन ने एक अच्छी बात कही कि गोमांस खाना गलत है, है न? उन्होंने कहा कि कांग्रेस-भाजपा द्वारा मतदाताओं को गोमांस देकर चुनाव जीतना गलत है।

सरमा ने पूछा- क्या गोमांस देकर सामगुरी सीट जीती जा सकती है
सरमा ने पूछा, मैं जानना चाहता हूं कि क्या कांग्रेस मतदाताओं को गोमांस देकर सामगुरी जीत रही थी। वह सामगुरी को अच्छी तरह से जानते हैं। क्या इसका मतलब यह है कि गोमांस देकर सामगुरी जीती जा सकती है। इस साल धुबरी लोकसभा सीट से 10.12 लाख से अधिक मतों के रिकॉर्ड अंतर से जीतकर हुसैन सांसद बने है। इससे पहले वे लगातार पांच बार सामगुरी से विधायक रहे थे।

सरमा ने कहा, मैं रकीबुल हुसैन से कहना चाहता हूं कि गोमांस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने खुद कहा है कि ये गलत है। उन्हें मुझे केवल लिखित में देने की जरूरत है। भाजपा और कांग्रेस को गोमांस के बारे में नहीं बोलना चाहिए। BJP, AGP, CPM कोई भी ऑफर नहीं कर पाएगा और हिंदू, मुस्लिम और ईसाई सभी को गोमांस खाना बंद कर देना चाहिए।

असम मवेशी संरक्षण अधिनियम 2021 क्या कहती है
असम में गोमांस का सेवन गैरकानूनी नहीं है, लेकिन असम मवेशी संरक्षण अधिनियम 2021 उन क्षेत्रों में मवेशी वध और गोमांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाता है जहां हिंदू, जैन और सिख बहुसंख्यक हैं और किसी मंदिर या सत्र (वैष्णव मठ) के पांच किलोमीटर के दायरे में हैं।

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