इनेलो-बसपा गठबंधन की सरकार आने पर रोजगार के लिए खोले जाएंगे फरीदाबाद के पहाड़ : अभय चौटाला
Faridabad : इनेलो-बसपा गठबंधन की सरकार आने पर हरियाणा प्रदेश में बुजुर्गाे की पैंशन राशि बढ़ाकर 7100 रुपए प्रतिमाह दी जाएगी। वृद्धावस्था सम्मान पैंशन जननायक चौ. देवीलाल जी ने शुरू की थी, अब हरियाणा में गठबंधन की सरकार बनने पर इसे बढ़ाकर 7100 रुपए प्रतिमाह किया जाएगा। इसके साथ ही हरियाणा में इनेलो-बसपा गठबंधन की सरकार बनने पर तुरंत सिरोही-खोरी सहित धौज, पाली व आसपास लगते हुए पहाड़ों को खनन के लिए तुरंत खोल दिया जाएगा ताकि फरीदाबाद जिले के लाखों लोगों को पहाड़ों में रोजगार मिल सके।
इसी तरह प्रत्येक परिवार को 500 रुपए में रसोई गैस सिलैंडर दिया जाएगा और प्रत्येक महिला को 1100 रुपए सम्मान भत्ता प्रतिमाह दिया जाएगा। उक्त घोषणा इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव, खेल रत्न चौ. अभय सिंह चौटाला ने बीती रात एनआईटी 86 विधानसभा क्षेत्र के गांव धौज में गठबंधन प्रत्याशी नगेंद्र भड़ाना के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए की।
उन्होंने कहा कि आज हरियाणा के राजनैतिक हालात ऐसे है कि भाजपा सत्ता से दूर हो रही है और कांग्रेस सत्ता के नजदीक नहीं पहुंच रही। ऐसे में इनेलो-बसपा गठबंधन 30-35 सीटें जीतकर सरकार बनाने में अह्म भूमिका निभाएगा इसलिए आपको इनेलो-बसपा प्रत्याशी नगेंद्र भड़ाना को एनआईटी से जिताकर भेजना है ताकि यह विधानसभा पहुंचकर क्षेत्र का समुचित विकास करवा सके।
इस दौरान अभय चौटाला का जनसभा में पधारने पर इनेलो-बसपा कार्यकर्ताओं व गांव की मौजिज सरदारी ने बड़ी माला पहनाकर स्वागत किया। अभय चौटाला ने एनआईटी के कांग्रेसी विधायक पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह लोग विधानसभा के काबिल नहीं है, बल्कि यह लोग सर्कस में जाने वाले लोग है। अगर विधानसभा में कोई जाना वाला व्यक्ति है तो वह है नगेंद्र भडाना।
उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि अगर आप देवीलाल के प्रति सहानुभूति रखते हो, ओमप्रकाश चौटाला के संघर्ष के साथी हो तो एक-एक वोट ऐनक के बटन पर देने का काम करे। इस मौके पर बसपा-इनेलो प्रत्याशी नगेंद्र भड़ाना ने अभय चौटाला का फरीदाबाद की धरती पर पधारने पर स्वागत करते हुए कहा कि एनआईटी क्षेत्र की जनता भाजपा-कांग्रेस के शासनों को भली भांति देख चुकी है और यह लोग केवल वोट बैंक के रुप में जनता को बरगलाते है, सत्ता में आने के बाद इनकी अनदेखी करते है, इसलिए जनता अबकि बार बसपा-इनेलो गठबंधन पर अपने विश्वास की मोहर लगाएगी।