भगत श्री मेवाराम मेमोरियल ट्रस्ट, लोक उत्थान क्लब, जय सेवा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्र निर्माता सम्मान समारोह का भव्य आयोजन।
ट्रस्ट ने किया 110 राष्ट्र निर्माताओं को सम्मानित।
फरीदाबाद आज फरीदाबाद सेक्टर 9 स्थित डी सी मॉडल स्कूल में भगत श्री मेवाराम मेमोरियल ट्रस्ट, लोक उत्थान क्लब जय सेवा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्र निर्माता सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। जिसमे डॉ सोमवीर आर्य (स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र भारतीय राजदूतावास, सूरीनाम दक्षिणी अमेरिका) ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा टूरिज्म के एजीएम राजपाल के द्वारा की गई। कार्यक्रम में दिल्ली एनसीआर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल एवं नूंह के विभिन्न पदों पर आसीन लगभग 110 अध्यापकों को सम्मानित किया गया। शहर के जाने माने कवि सरदार मंजीत सिंह ने लोगों को अपनी कविता के द्वारा मैं भी एक लडकी का बाप हूं पर अपनी कविता से सभागार में बैठे लोगों का ध्यान आकर्षित किया व बताया कहा की केवल एक शिक्षक ही समाज में बदलाव लाने का कार्य कर सकता है, फरीदाबाद के कवि देवेंद्र तथा नूंह से आए अध्यापक एवं शायर अशरफ मेवाती ने भी अपनी प्रस्तुति से लोगों को खूब वह वाही लूटी।
विशिष्ठ अतिथि की तौर पर भगत श्री मेवाराम मेमोरियल ट्रस्ट के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश शास्त्री, लोक उत्थान क्लब के अध्यक्ष आर पी हंस, जय सेवा फाउंडेशन के अध्यक्ष विमल खंडेलवाल, वरिष्ठ समाजसेवी,अजय सोमवंशी उपाध्यक्ष विक्टोरा कंपनी, विशिष्ट अतिथि, श्री उमेश झंवर, प्रधानाचार्य सुशील कण्वा, , अजय सोमवंशी, वीपी नागर, डीसी मॉडल स्कूल की प्रधानाचार्य डॉ ज्योति गुप्ता, कमला नेहरू स्कूल की प्रधानाचार्य ज्योति आर्य, वरिष्ठ समाजसेवी विंग कमांडर एच सी मान, आदि मौजूद रहे।
मुख्यातिथि डॉ सोमवीर आर्य ने बताया कि उन्होंने खुद एक अध्यापक के तौर पर कार्य किया है। एक अध्यापक आज के समाज का जादूगर है जो एक इंसान के जीवन को बदलने का कार्य करता है। समाज में अध्यापक ही इंसान को सही रास्ता और जीवन जीने के मंत्र सीखता है जो की जिंदगी जीने में बहुत मदद करते हैं। आर्य ने बताया कि इंसान पूरी जिंदगी कुछ ना कुछ सीखता ही रहता है। अध्यापक ही समाज को रीढ़ होती है। विदेश में रहकर भी लोगों के बीच जाकर भारत की संस्कृति भाषा एवं कला को पहुंचाने का कार्य आज भी बखूबी कर रहे हैं।कार्यक्रम अध्यक्ष श्री राजपाल ने बताया कि आज का समाज केवल शिक्षा के द्वारा ही आगे बढ़ सकता है। अध्यापक के द्वारा ही व्यक्ति ऊंचे मुकाम और उच्च पद पर आसीन हो सकता है।
शिक्षा के द्वारा ही लोगों को जिंदगी जीने की कला एवं जिंदगी में आने वाले उतार चढ़ावों को पहचानने में मदद मिलती है। शिक्षक के द्वारा व्यक्ति के भविष्य को बनाया जाता है एवं शिक्षक ही वह सुधार लाने वाला व्यक्ति होता है। प्राचीन भारतीय मान्यताओं के अनुसार शिक्षक का स्थान भगवान से भी ऊँचा माना जाता है क्योंकि शिक्षक ही हमें सही या गलत के मार्ग का चयन करना सिखाता है।शिक्षक आम तौर से समाज को बुराई से बचाता है और लोगों को एक सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति बनाने का प्रयास करता है। इसलिए यह कहना गलत नही हो सकता कि शिक्षक अपने शिष्य का सच्चा पथ प्रदर्शक है।
भगत श्री मेवाराम मेमोरियल ट्रस्ट के कार्यकारी अध्यक्ष कमलेश शास्त्री ने बताया कि ट्रस्ट हर वर्ष राष्ट्र निर्माता सम्मान कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा या राष्ट्र निर्माण में कार्य करने वालों को राष्ट्र निर्माता सम्मान से सम्मानित किया जाता है।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य सुदेश भड़ाना, प्रधानाचार्य डॉ शिव कुमार गुप्ता , प्रधानाचार्य प्रवेश गुप्ता ,प्रधानाचार्य अगम तनेजा, प्राध्यापक जगमोहन रावत, प्राध्यापक अशरफ मेवाती, ट्रस्ट के महासचिव मोहन हरि अशोक सरपंच सदस्य के तौर पर राजपाल, रमेश जाजोरिया, आदि सैकड़ो अध्यापक गण व स्कूल के सहयोगी कर्मचारी आदि गण मान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।