पोर्टल, फैमिली आईडी व प्रॉपर्टी आईडी के नाम पर वोट क्यों नहीं मांग रही सरकार?- हुड्डा
अपनी ही सरकार के साढ़े नौ साल का जिक्र करने से क्यों डर रही बीजेपी?- हुड्डा -अपने काम गिनवाने की बजाए, साढ़े नौ साल की कुनीतियों पर पर्दा डालने में जुटी बीजेपी- हुड्डा -हार स्वीकार कर चुनाव से पहले ही विपक्ष की भूमिका में आई बीजेपी- हुड्डा -पूर्व मंत्री पंडित शिव चरण लाल शर्मा की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे भूपेंद्र सिंह हुड्डा
फरीदाबाद, 8 सितंबर : चुनाव में हार के डर से बीजेपी इस कद्र बौखला गई है कि वो खुद के साढ़े नौ साल के कार्यकाल को ही भूल गई है। चुनाव में सत्ताधारी पार्टी अपने पुराने मुख्यमंत्री और गठबंधन की योजना व कारनामों का जिक्र तक करने को तैयार नहीं है। अपने कामों को गिनवाने की बजाए बीजेपी साढ़े नौ साल की कुनीतियों पर पर्दा डालने में जुटी है। आखिर बीजेपी खुद के बनाए फैमिली आईडी, प्रॉपर्टी आईडी, मेरी फसल-मेरा ब्यौरा जैसे पोर्टलों के नाम पर वोट क्यों नहीं मांग रही है? ये सवाल उठाया है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने।
हुड्डा आज पूर्व मंत्री पंडित शिव चरण लाल शर्मा की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने फरीदाबाद एनआईटी पहुंचे थे। इस मौके पर विधायक और कांग्रेस उम्मीदवार नीरज शर्मा भी मौजूद रहे। हुड्डा ने शिव चरण लाल शर्मा को नमन करते हुए उनके विकास कार्यों को याद किया। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद में आईएमटी से लेकर यूनिवर्सिटी तक तमाम विकास कार्य कांग्रेस कार्यकाल के दौरान ही हुए। इन कार्यों को जमीन पर उतारने में शिव चरण लाल शर्मा का बड़ा योगदान रहा। उन्होंने तमाम उम्र जनसेवा में गुजारी और अपने परिवार को भी यहीं संस्कार दिए। आज नीरज शर्मा अपने पिता की राह पर चलकर जनसेवा कर रहे हैं और पूरी मुखरता के साथ इलाके के मुद्दों को विधानसभा में उठाते हैं।
पुण्यतिथि कार्यक्रम के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि चुनाव से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर बीजेपी अभी से विपक्ष की भूमिका में आ गई है। इसीलिए बीजेपी अपने 10 साल का हिसाब देने की बजाए कांग्रेस से कामों का हिसाब मांग रही है। प्रदेश के इतिहास में ऐसी हास्यास्पद राजनीति शायद ही कभी लोगों ने देखी हो।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि 10 साल से विपक्ष में होते हुए भी कांग्रेस अपने कामों के नाम पर वोट मांग रही है। लेकिन 10 साल से सत्ता में होते हुए भी बीजेपी के पास गिनवाने लायक एक भी काम नहीं है। क्योंकि पूरे कार्यकाल में बीजेपी ने घोटालों पर घोटाले किए और जनता को बेवजह के पोर्टलों के जाल में उलझाए रखा। जिस तकनीक का इस्तेमाल जनता को सहुलियत देने के लिए करना था, बीजेपी ने उसका इस्तेमाल जनता को परेशान करने और घोटालों को अंजाम देने के लिए किया। इसीलिए बीजेपी चुनाव में अपने पोर्टलों का जिक्र तक करने से घबरा रही है। लेकिन जनता को सबकुछ याद है, क्योंकि उसने बीजेपी के तमाम गड़बड़झालों को झेला है। इसीलिए जनता वोट की चोट से बीजेपी को सबक सिखाएगी।