चुनाव आते ही कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं को याद आने लगे प्रवासी कल्याण बोर्ड : मोहन तिवारी*
*कांग्रेस,भाजपा,जाजपा किसी ने भी प्रवासी कल्याण बोर्ड की मांग को पूरा नहीं किया: मोहन तिवारी* -*राजनीतिक दलों ने प्रवासी नेताओ को हरियाणा में टिकट नही देती : मोहन तिवारी* -*प्रवासी लोगो को कांग्रेस,भाजपा,जाजपा सिर्फ अपना वोट समझती है : मोहन तिवारी*
फरीदाबाद/हरियाणा। हरियाणा के कुल 90 सीटों पर 1 अक्टूबर को मतदान होना है,जिसकी घोषणा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने हरियाणा ने एक ही चरण में मतदान होने की घोषणा शुक्रवार को कर दी है। वही इस मामले में मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया की मतगणना 4 अक्टूबर की होगी।प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही विभिन्न पार्टियों व नेताओं में चुनावी हलचल तेज हो गई है। भिन्न भिन्न संगठनो से जुड़े समाजसेवी, आंदोलनकारी, अनशनकारी मोहन तिवारी ने एक प्रेस वार्ता के दौरान आरोप लगाया है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस के दिगज्ज नेता व पूर्व मुख्यमंत्री हरियाणा भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने जनसभाओं में कहना शुरू कर दिए है की कांग्रेस की सरकार बनने पर प्रवासी कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा।
श्री तिवारी ने कहा है की 10 वर्ष पहले हरियाणा में कांग्रेस की सरकार रही है पर किसी नेता ने इस मामले में कोई सुध नहीं लिया है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव को देखते हुए ऐसी चुनावी घोषणा किया जा रहा है। कांग्रेस ने यहां तक की अपने कार्यकाल में किसी प्रवासी नेता को विधायक व सांसद का प्रत्यासी तक नही बनाया है लेकिन हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रवासी लोगों की लाखो करोडों वोटरों की लुभाने की कवायद शुरू हो चुकी है।
आगे समाजसेवी मोहन तिवारी ने कहा है की यदि बात करें हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के सरकार में तो पिछले 10 वर्षो से उनकी सरकार है, प्रवासी लोगो की हमेशा से अनदेखी की जाती रही है। किसी भी भारतीय जनता पार्टी के नेताओ ने प्रवासी कल्याण बोर्ड की बारे में नही सोचा और नही आवाज उठाई है, लेकिन जैसे ही हरियाणा विधानसभा चुनाव सामने आए तो उनको प्रवासी कल्याण बोर्ड और प्रवासी मजदूर कार्ड योजना याद आने लगी है। हरियाणा भारतीय जनता पार्टी के डबल इंजन सरकार में प्रवासी लोगो के साथ लगातार अत्याचार के मामले सामने प्रकाश में देखने को मिले है परन्तु उनकी कोई समय वध सुनवाई नही हुई है। भारतीय जनता पार्टी ने यदि चाही होती तो उसके डबल इंजन सरकार में प्रवासी कल्याण बोर्ड का गठन हो गया होता लेकिन उन्होंने ऐसा नही किया यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी ने किसी प्रवासी प्रवासी नेता को विधायक व सांसद की टिकट तक नही देती है।
प्रवासी लोगो की आवाज उठाने वाले समाजसेवी, अनशनकारी मोहन तिवारी ने कहा है की हरियाणा में हर पार्टी ने प्रवासी लोगो की उपेक्षा करती आ रही है, उसको डर होता है की वह कही टिकट दे देगी और यदि कोई वह प्रवासी नेता जीत गया तो आगे से उनको टिकट में भागीदारी देना पड़ेगा इसलिए प्रवासी लोगो की हमेशा से हरियाणा में हर दल के लोग के द्वारा उपेक्षा की जाती रही है।लेकिन अब प्रवासी लोग भी समझे लगे है की सिर्फ चुनावी नारों से उनकी झांसे में नहीं आने वाले हैं, राजनीतिक पार्टियों को अब अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी प्रवासी कल्याण बोर्ड गठन बनाने की बात रखनी होगी। प्रवासी लोगों की कोई पार्टीया किसी भी तरह का ख्याल नही रखती सिर्फ अपना वोट बैंक समझती है।