सृष्टिकर्ता वाल्मीकि अनन्त आधस मंदिर में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर मनाई खुशी
सर्वोच्च न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले से अति-वचिंतों का भला होगा- संजीव कुमार
फरीदाबाद। सृष्टिकर्ता वाल्मीकि अनन्त आधस मंदिर एनएच-5 में वाल्माकि समाज के लोगों ने अति-वचिंतों को नौकरियों में अलग आरक्षण देने वाले सर्वोच्च न्यायालय के संवैधानिक बैंच के ऐतिहासिक फैसले पर खुशी मनाई। इस मौके पर आधस मंदिर कमेटी प्रधान राजेंद्र चांडाल,महेश आदवंशी,कर्मवीर,पूर्व सरपंच संजीव कुमार,बिजेंद्र बाल्मीकि जिला महामंत्री भाजपा,अशोक भूरेंडे,नरेंद्र लोहट,मास्टर बालू आदि मौजूद रहे। पूर्व सरपंच संजीव कुूमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले से अति-वचिंतों का भला होगा। उन्होनें कहा कि हरियाणा प्रान्त में अनुसूचित जातियों को जो आरक्षण दिया जा रहा है।
उस आरक्षण पर एक ही जाति का कब्जा स्थापित हो चुका था। सुविधाओं पर दबंगई से एकाधिकार कायम था। सर्वोच्च न्यायालय ने अति वचिंत समाज की वास्तविक स्थिति को गहनता से जांच कर अति गरीबों के हर्क में आरक्षण वर्गीकरण का फैसला देकर समाज के अंतिम छोर मे बैठे अति बचित व्यक्ति को समाज की मुख्याधारा में लाने का एक ऐतिहासिक काम किया है।
राजेंन्द्र चांडाल ने कहा कि सारा वाल्मीकि समाज माननीय सर्वोच्च न्यायालय के इस निर्णय पर उनको कोटि कोटि प्रणाम करता है, इस फैसले से अति गरीबो की तरक्की और खुशहाली का सुगमय रास्ता खुलेगा।
बिजेंन्द्र वाल्माकि ने कहा कि हरियाणा की 36 जातियां जो समाज की मुख्याधारा से बहुत ज्यादा पिछड़ चुकी हैं, वह हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से अनुरोध करती है की जल्दी से जल्दी हरियाण मे आरक्षण वर्गीकरण को लागू करके अति वंचित समाज को न्याय देने का सर्वप्रथम काम करे।