शिकायतों का समाधान समय पर न करने वाले अधिकारियों पर होगी कड़ी कार्यवाही : अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. आनंद शर्मा
- सभी अधिकारी प्रतिदिन प्रातः 9 से 11 बजे तक अपने कार्यालयों में बैठकर लोगों की समस्याएं सुने - समाधान शिविर की शिकायतों के निपटान को लेकर अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई अधिकारियों की बैठक
फरीदाबाद, 20 जुलाई। अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. आनंद शर्मा ने कहाकि समाधान शिविर में आने वाली प्रत्येक जन शिकायत को गंभीरता से लेते हुए त्वरित आधार पर समाधान करना सुनिश्चित करें, इस कार्य में किसी भी प्रकार की देरी व लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. आनंद शर्मा ने आज शनिवार को लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में समाधान प्रकोष्ठ के संबंध में समीक्षा बैठक की।
अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. आनंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने ‘समाधान प्रकोष्ठ‘ नामक पहल की है, जिसका उद्देश्य शिकायत निवारण प्रक्रिया को व्यवस्थित करना और लोगों की समस्याओं का समय पर समाधान सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि शिविर में आई शिकायतों को लंबित न रखा जाए। शिकायतों का निवारण तुरंत प्रभाव से किया जाए, जिसकी रिपोर्ट नियमित रूप से उपायुक्त कार्यालय को प्रेषित की जाए।
अतिरिक्त उपायुक्त ने विस्तार से विभाग अनुसार शिकायतों पर चर्चा की। संबंधित अधिकारियों से शिकायतों के लंबित रहने का कारण पूछते हुए तुरंत निपटान के निर्देश दिए। अतिरिक्त उपायुक्त ने समाधान शिविर की समीक्षा बैठक में सभी अधिकारियों/ कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सरकार समाधान शिविरों के प्रति गंभीर है और सभी अधिकारी प्रतिदिन प्रातः 9 से 11 बजे तक अपने-अपने कार्यालयों में बैठकर लोगों की समस्याएं सुने जिससे लोगों की समस्याएं हल की जा सके।
इसके साथ-साथ लंबित शिकायतों का भी जल्द से जल्द समाधान करें। आमजन की समस्या का समाधान करने पर उनकी सक्सेस स्टोरीज वीडियो भी बनवाने की कोशिश करें ताकि वीडियो प्रशासनिक सोशल मीडिया हैंडल पर अपलोड की जा सके और मुख्यमंत्री कार्यालय भेजी जा सके।
बैठक में सीईओ जिला परिषद सतबीर मान, डीसीपी जसलीन कौर, एसडीएम त्रिलोकचंद, एसडीएम अमित मान, एसडीएम शिखा आंतिल, एसीपी एनआईटी राजीव कुमार, एसीपी बल्लभगढ़ विनोद कुमार, नगराधीश अंकित, तहसीलदार बड़खल नेहा सहारन, तहसीलदार बल्लभगढ़ भूमिका लांबा, डीडीपीओ प्रदीप कुमार, डीआरओ बिजेंद्र राणा, डीएसडबल्यूओ सरफराज खान सहित अन्य सभी विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।