जापानी कम्पनी ने स्किल स्कूल को सौंपी कंप्यूटर लैब
जॉयसन सेफ्टी सिस्टम्स के प्रेजिडेंट हिदेत्सुगु तनाका ने किया लैब का लोकार्पण, 35 आई-7 कम्प्यूटर से लैस है लैब -सीएसआर के अंतर्गत लैब बनवाने के लिए कुलपति डॉ. राज नेहरू ने जॉयसन के अधिकारियों का जताया आभार
फरीदाबाद। जापानी कंपनी जॉयसन सेफ्टी सिस्टम्स ने बृहस्पतिवार को श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी स्कूल को सीएसआर के अंतर्गत एक अत्याधुनिक कंप्यूटर लैब समर्पित की। इस लैब में 35 आई-7 कंप्यूटर लगाए गए हैं। जॉयसन की ओर से विद्यार्थियों के लिए सॉफ्टवेयर भी उपलब्ध करवाए गए हैं। कुलपति डॉ. राज नेहरू, कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा एवं अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ की उपस्थिति में जॉयसन सेफ्टी सिस्टम्स के प्रेजिडेंट हिदेत्सुगु तनाका ने इस लैब का उद्घाटन किया। कंपनी के प्रबंध निदेशक भारत अरोड़ा, वाइस प्रेजिडेंट सेल्स ताकायूकी साको, महा प्रबंधक (ऑपरेशन) संजय छाबड़ा, महा प्रबंधक (एच आर) जस्सू जैन और डिप्टी मैनेजर पल्लवी छाबड़ा भी इस मौके पर मौजूद थे।
सभी ने देश के पहले इनोवेटिव स्किल स्कूल में इस अत्याधुनिक लैब की स्थापना के लिए प्राचार्य डॉ. जलबीर सिंह को बधाई दी। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भविष्य में भी वह उनके लिए सार्थक प्रयास करने के लिए तैयार हैं। जॉयसन सेफ्टी सिस्टम्स के प्रेजिडेंट हिदेत्सुगु तनाका ने इनोवेटिव स्किल स्कूल के विद्यार्थियों की प्रतिभा को सराहा। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने स्कूल में बनी स्किल लैब, ललितगिरि भवन की कंप्यूटर लैब, एग्रीकल्चर लैब और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का भी अवलोकन किया।
जॉयसन के प्रबंध निदेशक भारत अरोड़ा ने कहा कि इनोवेटिव स्किल स्कूल के विद्यार्थियों के लिए यह सहयोग करके हम अत्यंत प्रसन्न हैं। बच्चे टेक्नोलॉजी से ही जॉब रेडी बन पाएंगे।
कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस मौके पर कहा कि भारत और जापान न केवल सांस्कृतिक तौर पर निकट हैं, बल्कि हमारे संबंध ऐतिहासिक भी हैं। दोनों देशों के संबंधों में प्रगाढ़ता बढ़ती जा रही है। कंप्यूटर लैब की स्थापना के लिए कुलपति डॉ. राज नेहरू ने जॉयसन कंपनी के अधिकारियों का आभार जताया।
इससे पूर्व कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने सभी अतिथियों का अभिनंदन किया। अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने जापानी मेहमानों का आभार जताया। प्राचार्य डॉ. जलबीर सिंह ने बताया कि यह अत्याधुनिक लैब बनने से विद्यार्थियों का लाभ होगा। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से स्मृति चिन्ह देकर जापानी मेहमानों को सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर प्रोफेसर जॉय कुरियाकोज, प्रोफेसर ए के वातल , प्रोफेसर कुलवंत सिंह, उप कुलसचिव डॉ. ललित शर्मा, उप कुलसचिव अंजू, विधि अधिकारी केशव शर्मा, निदेशक डॉ. मनी कंवर सिंह, संयुक्त निदेशक शिखा गुप्ता, संयुक्त निदेशक नीति अरोड़ा, डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ. जे के दुबे, डॉ. राजकुमार तेवतिया, अतिरिक्त उप निदेशक सोनल मोदी, निशान सिंह और सौम्या के अतिरिक्त कई अन्य शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।