हरियाणा में चुनाव से पहले भाजपा ने बदला प्रदेश अध्यक्ष, मोहन लाल बड़ौली को कमान
भाजपा ने हरियाणा में मोहन लाल बड़ौली को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। वह राई विधानसभा सीट से विधायक हैं। अब तक नायब सिंह सैनी के पास ही यह जिम्मेदारी थी, जो पिछले दिनों मुख्यमंत्री बन गए थे। इसके बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष बदलने की चर्चाएं शुरू हो गई थीं। हरियाणा में अक्टूबर महीने में ही चुनाव होना है और उससे पहले पार्टी ने यह बड़ा बदलाव किया है ताकि संगठन के पेच कसे जा सकें। मोहन लाल बड़ौली बीते करीब तीन दशकों से भाजपा से जुड़े हैं। वह हरियाणा के मुरथल में 1995 में मंडल अध्यक्ष थे और फिर अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौर में जिला परिषद के लिए चुने गए थे।
मोहन लाल बड़ौली ने 2019 के चुनाव में राई विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी और पहली बार विधायक बने थे। उन्हें 2,663 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी, लेकिन इसके मायने ज्यादा थे। यह इसलिए क्योंकि राई विधानसभा से उन्होंने पहली बार भाजपा को जीत दिलाई थी। मोहन लाल बड़ौली 1989 से ही आरएसएस से जुड़े हुए थे। माना जाता है कि आरएसएस का भरोसा भी उन्हें हासिल है। मोहन लाल बड़ौली का जन्म 1963 में हरियाणा के सोनीपत जिले की राई तहसील के बड़ौली गांव में हुआ था।
उनके पिता काली राम कौशिक अपने गांव के एक सम्मानित कवि थे और सोनीपत के जांटी के कवि पंडित लखमी चंद के बहुत बड़े प्रशंसक थे। वे एक किसान और व्यवसायी हैं। ब्राह्मण समाज से आने वाले मोहन लाल ने अपने नाम के पीछे गांव की पहचान को जोड़ा है। गौरतलब है कि इस बात की चर्चा थी कि ब्राह्मण समाज के किसी नेता को प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर कमान दी जा सकती है। राम विलास शर्मा जैसे वरिष्ठ नेता का नाम भी इस रेस में चल रहा था। लेकिन भाजपा हाईकमान ने पहली बार के विधायक मोहन लाल बड़ौली पर दांव लगाया।