प्री मानसून की बौछारों ने पहुंचाई ठंडक, तपिश से मिली राहत
बदले मौसम, बदले मिजाज, पकवान का लें आनंद
फरीदाबाद। शहर में प्री मानसून की बौछारों ने ठंडक का अहसास करा दिया है। झुलसा देने वाली गर्मी की तपिस से राहत मिली है। बदले मौसम ने मिजाज भी बदल दिया है। घरों में पकौड़े और पकवान बनाए जाने के आर्डर हुए। बरसात में गर्मागर्म पकौड़ों का अपना ही स्वाद होता है। उधर धान की फसल की तैयारी में जुटे किसानों के लिए भी यह बरसात ख़ुशी का पैगाम लेकर आयी है। मौसम विभाग के अनुसार हालांकि उत्तर भारत में मॉनसून 25 जून से शुरू होना है।
पिछले दो दिन से रुक रुक कर बरसात हो रही है। जिला प्रशासन द्वारा मानसून की बरसात से होने वाली समस्या के समाधान के लिए आखिर किस तरह और कितनी तैयारी की गई हैं। यह शहर में बरसात के बाद होने वाले जलभराव से मालूम हो जाएगा। फरीदाबाद में रविवार दोपहर बाद को हुई हलकी सी बारिश से ही जलभराव हो गया और दिल्ली मथुरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी। वाहन रंगते हुए आगे बढ़ रहे थे।
स्मार्ट सिटी का तमगा लिए फरीदाबाद में नालों की सफाई, सीवर ओवरफ्लो और पानी की सही निकासी नहीं होने की बहुत पुरानी समस्या है। शहर के नीचले हिस्सों में और बिना प्लानिंग के बनायीं जाने वाली सड़कों पर होने वाले जलभराव की समस्या से शहरवासियों को जूझना पड़ता है। बरसात गर्मी से राहत तो दिलाती है साथ ही जलभराव और कीचड़ जैसी समस्या भी खड़ी करती है। जो कि आवागमन में सबसे बड़ा अवरोधक बनते हैं। बरसात पैदल चलने वालों, दुपहिया चालक वालों के लिए बड़ी समस्या पैदा कर देती है।